Last Updated:April 14, 2025, 11:13 ISTचीन-अमेरिका ट्रेड वॉर में दोनों देशों ने भारी टैरिफ लगाए हैं. चीन ने विविध बाजार तैयार करने की योजना बनाई है और भारत, वियतनाम जैसे देशों से संबंध मजबूत कर रहा है.हाइलाइट्सचीन-अमेरिका ट्रेड वॉर में दोनों देशों ने भारी टैरिफ लगाए हैं.चीन भारत और वियतनाम से संबंध मजबूत कर रहा है.चीन ने विविध बाजार तैयार करने की योजना बनाई है.चीन और अमेरिका के बीच चल रहा ट्रेड वॉर अब जगजाहिर है. अमेरिका ने पहल की और चीन पर भारी टैरिफ थोंप दिया. इसके बदले में चीन में भी अमेरिका से होने वाले आयात पर अच्छा खास टैरिफ लगा दिया. फिलहाल की स्थिति ऐसी है कि अमेरिकी ने चीन से होने वाले आयात पर 145 फीसदी का टैरिफ लगा दिया है, जबकि चीन ने भी अमेरिकी उत्पादों पर 125 फीसदी का टैरिफ लगाया है. यह ट्रेड वॉर कहां जाकर थमेगा, कोई नहीं जानता. लेकिन चीन किसी भी हालात में झुकने को तैयार नहीं है. हाल ही में चीन ने माना कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार में कुछ बाधाएं जरूर आई हैं, लेकिन उससे “आसमान नहीं टूटेगा.”
चीन के कस्टम विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि उनका देश एक विविध बाजार तैयार करने में जुटा हुआ है. साथ ही चीन खुद एक बड़ा बाजार है, जहां मांग की कमी नहीं है. चीनी कस्टम विभाग के प्रवक्ता का बयान यह बताता है कि अब वह अमेरिका के साथ ट्रेड वॉर में किसी भी हद तक जाने को तैयार है, और जहां तक ट्रेड की बात है, वह अपने लिए अलग-अलग बाजारों के साथ संभावनाएं तलाश रहा है. खासकर भारत और एशिया के अन्य देशों के साथ चीन अब सहज संबंध चाहता है ताकि वह अपने सरप्लस उत्पादों को खपा सके.
भारत को करीब लाना चाहता है चीनपिछले 2 सप्ताहों में चीन कई बार कह चुका है कि भारत-चीन के करीब आना चाहिए. 1 अप्रैल को भारत व चीन के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई गई थी. उस मौके पर चीनी राजदूत शू फेहोंग ने एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत और चीन के रिश्ते एक निर्णायक मोड़ पर हैं. उन्होंने दोनों देशों से आह्वान किया कि वे आपसी मतभेदों को पीछे छोड़ते हुए सहयोग के रास्ते पर आगे बढ़ें.
केवल भारत ही नहीं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग फिलहाल (14 और 15 अप्रैल) वियतनाम के दौरे पर हैं. शी जिनपिंग ने अमेरिका से बढ़ते तनाव के बीच वियतनाम के साथ आर्थिक और इंडस्ट्रियल पार्टनरशिप को और मजबूत करने की बात कही है. यह दौरा इस समय और भी अहम हो जाता है, जब चीन अमेरिका के टैरिफ दबाव को कम करने के लिए अपने पड़ोसी देशों से गहरे आर्थिक रिश्ते बनाने की दिशा में काम कर रहा है.
वियतनाम की मीडिया में प्रकाशित एक लेख में शी जिनपिंग ने कहा कि चीन क्षेत्रीय ढांचे जैसे ईस्ट एशिया कोऑपरेशन और लांछांग-मेकॉन्ग कोऑपरेशन के जरिए समन्वय को और मजबूत करना चाहता है. ये मंच विभिन्न एशियाई देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए काम करते हैं, खासकर आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और पानी के संसाधनों के प्रबंधन के क्षेत्र में.
अमेरिका के साथ चीन का व्यापार बढ़ाआप यह जानकर चौंक सकते हैं कि जबरदस्त तनाव के बीच भी चीन और अमेरिका के बीच बायलिटरल ट्रेड 4 फीसदी की दर से बढ़ा है. यह जानकारी चीन के कस्टम डिप्टी डायरेक्टर जनरल ने खुद बताई. अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के बावजूद यह वृद्धि अमेरिकी बाजार पर चीन की आर्थिक पकड़ की तरफ इशारा करती है. इससे एक बात और पता चलती है कि अमेरिका के लिए चीन को इग्नोर करना इतना भी आसान नहीं रहने वाला.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :April 14, 2025, 11:13 ISThomebusinessआसमान तो नहीं टूटेगा! एशिया में यारी गांठ रहा चीन, अमेरिका से भिड़ने को तैयार
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