नई दिल्ली. एशिया की सबसे बड़ी फल और सब्जी मंडी, आज़ादपुर मंडी ने तुर्की के साथ सेबों के व्यापार को पूरी तरह से समाप्त करने का फैसला लिया है. मंडी के अध्यक्ष मीठा राम कृपलानी ने यह महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि अब तुर्की से सेबों का कोई नया ऑर्डर नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, “हमने तुर्की से होने वाले सेबों के व्यापार को अब पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया है. हमने तुर्की का बहुत साथ किया है ,2024 में 1,16,000 टन सेबों को भारत मंगवाया गया रहा लेकिन फिर भी भारत के साथ तुर्की ने ऐसा किया. अब केवल वही सेब आयेंगे जिनका ऑर्डर पहले से हुआ था लेकिन इसके बाद कोई नया आयात नहीं किया जाएगा.”
कृपलानी ने बताया कि तुर्की को आज़ादपुर मंडी ने हमेशा प्राथमिकता दी, लेकिन हाल ही में तुर्की द्वारा भारत के प्रति अपनाए गए रुख से बेहद निराशा हुई है. उन्होंने कहा, “हमने तुर्की का वर्षों तक साथ दिया, लेकिन अब उनके व्यवहार ने हमें बहुत आहत किया है. इस कारण से हमने निर्णय लिया है कि भविष्य में तुर्की से न तो सेब और न ही कोई अन्य फल या सब्जी मंगवाई जाएगी.
तुर्की की कंपनी का बिजनेस खत्म
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सिविल एविएशन ब्यूरो ने तुर्की की इस ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी की सिक्योरिटी क्लीयरेंस को रद्द कर दिया है. अब यह कंपनी भारतीय एयरपोर्ट्स पर अपनी सेवाएं नहीं दे सकेगी. सरकार ने यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) का हवाला देते हुए लिया है, जो तुर्की और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य रिश्तों के संदर्भ में काफी अहम माना जा रहा है. सेलेबी, जो साल 2008 से भारत में सक्रिय है, देश के नौ बड़े एयरपोर्ट्स पर ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सेवाएं दे रही थी. इनमें मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचीन, अहमदाबाद, गोवा (मनोहर इंटरनेशनल एयरपोर्ट) और कन्नूर जैसे अहम शहर शामिल हैं. कंपनी ने भारत में दो मुख्य सब्सिडियरी—Çelebi Airport Services India Pvt. Ltd. और Çelebi Delhi Cargo Terminal Management India Pvt. Ltd.—के ज़रिए अपनी मौजूदगी बनाई थी.
देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की सुविधाएं, उड़ानों की टाइमिंग और कार्गो की सुचारु हैंडलिंग जैसे कामों में सेलेबी की भूमिका लंबे समय से रही है. लेकिन बीते कुछ महीनों में तुर्की की सरकार और पाकिस्तान के बीच सामरिक सहयोग गहराने लगा, जिसमें ड्रोन टेक्नोलॉजी से लेकर डिफेंस सपोर्ट तक की बातें सामने आईं. इसी पृष्ठभूमि में सेलेबी को लेकर भारत में आशंका बढ़ी और सरकार ने सुरक्षा समीक्षा के बाद इसकी मंजूरी वापस लेने का बड़ा फैसला लिया.
तुर्की से विवाद का कारण
भारत और तुर्की के बीच हालिया विवाद का मुख्य कारण तुर्की द्वारा पाकिस्तान को दिया गया सैन्य समर्थन है. मई 2025 में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों में एक सीमित सैन्य कार्रवाई की थी. इसी दौरान ऐसी रिपोर्ट्स सामने आईं कि तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन, रडार सिस्टम और अन्य सैन्य उपकरणों की आपूर्ति की थी. इसके अलावा, तुर्की ने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का समर्थन किया है, जो भारत को अस्वीकार्य है.
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News