Last Updated:July 17, 2025, 12:20 ISTAI171 Plane Crash Report Controversy: अहमदाबाद प्लेन क्रैश रिपोर्ट पर अमेरिकी मीडिया ने नया खेल शुरू कर दिया है. इस अमेरिकी खेल पर पायलट एसोसिएशन और सरकारी सूत्रों की तरफ से करारा जवाब दिया गया है.हाइलाइट्सअहमदाबाद प्लेन क्रैश मामले में अमेरिकी मीडिया के झूठे हैं दावे.पायलट एसोसिएशन और सरकारी सूत्रों ने रिपोर्ट को बताया भ्रामक.एएआईबी की रिपोर्ट को ट्विस्ट करने का भी लगा आरोप.
American Conspiracy Regarding Air India Crash: 12 जून को अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया के बोइंग 787 प्लेन क्रैश को लेकर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की रिपोर्ट आने के नए विवाद खड़े होना शुरू हो गए है. विदेशी मीडिया ने इस रिपोर्ट को आधार बनाकर अपना अलग नजरिया पेश करना शुरू कर दिया है. वहीं विदेशी मीडिया में कुछ ऐसी खबरें सामने आई हैं, जिन्हें सरकारी सूत्रों ने गलत और भ्रामक बताया है. विदेशी अखबार ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया कि प्लेन के कैप्टन ने जानबूझकर इंजन में फ्यूल कंट्रोल स्विच को बंद किया था. लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह दावा गलत है और कॉकपिट में पायलटों की बातचीत को गलत तरीके से पेश किया गया है.
जांच में शामिल सीनियर ऑफिसर के अनुसार, प्लेन के उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद फ्यूल स्विच को “कटऑफ” स्थिति में आ गया था. यह प्लेन बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था, जिसे कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर उड़ा रहे थे. कैप्टन सभरवाल के पास 15638 घंटे और फर्स्ट ऑफिसर कुंदर के पास 3403 घंटे का उड़ान अनुभव था. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की रिकॉर्डिंग के अनुसार, एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने फ्यूल स्विच क्यों बंद किया, जिसका जवाब मिला, ‘मैंने ऐसा नहीं किया.’ लेकिन यह साफ नहीं हो सका कि स्विच गलती से बंद हुआ या जानबूझकर.
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में भी इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि पायलटों की गलती थी या फ्यूल स्विच बंद करना ही दुर्घटना का मुख्य कारण था. सूत्रों ने बताया कि कैप्टन सुमीत सभरवाल एक अनुभवी पायलट थे और उनके परिवार का एविएशन से पुराना नाता रहा है. उनके पिता इस एविएशन फील्ड से रिटायर हुए हैं. सूत्रों ने यह भी कहा कि यह दावा भी गलत है कि कैप्टन सभरवाल तनाव में थे.
तकनीकी खराबी का सवालहादसे से कुछ घंटे पहले उसी प्लेन को दिल्ली से अहमदाबाद लाने वाले एक पायलट ने तकनीकी लॉग में ‘स्टेबलाइजर पोजिशन ट्रांसड्यूसर’ में खराबी की बात दर्ज की थी. जांच के दौरान एक अहम सुराग सामने आया है, जिसे ‘STAB POS XDCR’ एरर कहा जा रहा है. यह त्रुटि स्टेबलाइज़र पोज़िशन ट्रांसड्यूसर से जुड़ी है, जो प्लेन के अगले हिस्से की स्थिति को समझने में मदद करता है. दिल्ली से अहमदाबाद की उड़ान के बाद पायलटों ने इस एरर को देखा था. एक्सपर्ट्स का कहना है कि भले ही इस एरर का फ्यूल स्विच से सीधा संबंध न हो, लेकिन यह जांच की जा रही है कि क्या यह सेंसर समस्या प्लेन की दूसरे सिस्टम जैसे फ्यूल मैनेजमेंट को प्रभावित कर सकता है.
रैम एयर टर्बाइन भी है जांच के दायरे मेंजांच में यह भी पता चला कि प्लेन के उड़ान भरने के तुरंत बाद इंजनों में फ्यूल की सप्लाई रुक गई, जिससे प्लेन का थ्रस्ट कम हो गया और वह नीचे की ओर गिरने लगा. सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि प्लेन का बैकअप पावर सोर्स, जिसे रैम एयर टर्बाइन कहते हैं, सक्रिय हो गया था. यह इस बात का संकेत था कि इंजनों में पॉवर कम हो रही थी. लेकिन दुर्घटना स्थल पर जांच में पाया गया कि दोनों फ्यूल स्विच चालू स्थिति में थे और दोनों इंजन दुर्घटना से पहले फिर से चालू होने के संकेत दे रहे थे.
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एयर इंडिया सीईओ ने लिखा इंटरनल लेटरएयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने एक इंटरनल में कहा कि प्रारंभिक जांच में कोई मैकेनिकल या मेंटेनेंस से जुड़ी खराबी नहीं पाई गई. उन्होंने बताया कि प्लेन का सभी जरूरी मेंटेनेंस पूरा किया गया था. इसके अलावा, एयर इंडिया ने अपने बोइंग 787-8 विमानों के बेड़े में फ्यूल कंट्रोल स्विच (FCS) के लॉकिंग सिस्टम की जांच की, जिसमें कोई खराबी नहीं मिली. एयरलाइन ने यह भी पुष्टि की कि सभी एयरक्राफ्ट्स में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) को बोइंग के मेंटेनेंस प्रोग्राम के तहत बदला गया है, जिसमें फ्यूल कंट्रोल स्विच एक हिस्सा है.
पायलट संगठन ने जताई नाराजगीफेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने इस मामले में जल्दबाजी में निष्कर्ष निकालने की आलोचना की है. एफआईपी ने एक बयान में कहा कि बिना पूरी और पारदर्शी जांच के किसी को दोषी ठहराना गलत और गैर-जिम्मेदाराना है. संगठन ने कहा है कि वे आधी-अधूरी जानकारी या अटकलों पर आधारित बयान देने से बचें. एफआईपी ने कहा कि ऐसी जल्दबाजी वाली टिप्पणियां पायलटों की प्रोफेशनल इमेज को नुकसान पहुंचाती हैं और उनके परिवारों को अनावश्यक दुख देती हैं. एसोसिएशन ने अपील की कि वे ऐसी खबरों पर भरोसा न करें, जो पूरी जांच के बिना सामने आ रही हैं.
विदेशी मीडिया फैला रहा झूठी बातेंवॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट ने दावा किया कि फर्स्ट ऑफिसर ने कैप्टन से पूछा कि उन्होंने फ्यूल स्विच क्यों बंद किया, जिस पर कैप्टन शांत रहे, जबकि फर्स्ट ऑफिसर घबरा गए. इस रिपोर्ट ने जांच को लेकर नए सवाल खड़े किए हैं. लेकिन सरकारी सूत्रों का कहना है कि कॉकपिट रिकॉर्डिंग को गलत तरीके से पेश किया गया है. उनका कहना है कि ऐसी खबरें बिना पूरी जानकारी के फैलाई जा रही हैं, जो जांच को प्रभावित कर सकती हैं.
Anoop Kumar MishraAssistant EditorAnoop Kumar Mishra is associated with OXBIG NEWS NETWORK Digital for the last 3 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to …और पढ़ेंAnoop Kumar Mishra is associated with OXBIG NEWS NETWORK Digital for the last 3 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to … और पढ़ेंhomenationप्लेन क्रैश रिपोर्ट पर खेल… अमेरिकी से आई AI171 की नई कहानी, मिला यह जवाब
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