चित्तौड़गढ़ के एक सरकारी स्कूल से बर्खास्त किये गए हेडमास्टर और लेडी टीचर के मामले को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सरकारी शिक्षकों को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि विद्यालय में अमर्यादित आचरण करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. लोगों की मांग पर तीन सदस्यों की एक जांच कमेटी का गठन भी हुआ है, जिनकी रिपोर्ट आने पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
इस घटना को लेकर लोगों में नाराजगी के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें भीड़ में मौजूद कुछ लोग आपस में मारपीट करते दिख रहे हैं. इस दौरान एक महिला एक शख्स को भीड़ से बचाती भी दिखाई देती है.
कुछ लोगों का कहना है कि इस वीडियो में जिस व्यक्ति की पिटाई हो रही है और जो महिला उसे बचा रही है, ये दोनों वही हेडमास्टर और लेडी टीचर हैं जिनका आपत्तिजनक स्थिति में वीडियो हाल ही में वायरल हुआ था.
वीडियो फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के गंगरार के सरकारी स्कूल के हेड मास्टर और महिला टीचर की अश्लीलता के मामले में लोगों ने जमकर पिटाई की. प्रधानाचार्य जी कूट दिए गए. मैडम प्रधानाचार्य को बचाते हुए नजर आईं. मैडम भी कम थोड़ी है.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो का चित्तौड़गढ़ मामले से कोई लेना-देना नहीं है. ये वीडियो हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले का है, जहां सितंबर 2024 में दो गाड़ियों के आपस में टकराने के बाद उसमें बैठे लोगों ने आपस में मारपीट की थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें 20 सितंबर, 2024 का एक फेसबुक पोस्ट मिला. इसमें वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया है कि बिझडी बाजार में कार और स्कूटी की टक्कर के बाद पंजाब से आए श्रद्धालुओं ने एक स्थानीय व्यक्ति के साथ मारपीट की. बिझडी, हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले का एक इलाका है. इतना तो यहीं साफ हो जाता है कि ये वीडियो चित्तौड़गढ़ वाले मामले से महीनों पहले का है.
थोड़ा और खोजने पर हमें इस घटना से जुड़े उस वक्त के कई सोशल मीडिया पोस्ट और न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक ये घटना हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले की है. दरअसल, बड़सर गांव के बिझडी बाजार में आईटीआई हमीरपुर कालेज के कुछ छात्र स्कूटी से निकल रहे थे. तभी वहां से गुजर रही एक कार की उनसे टक्कर हो गई, जिसके बाद दोनों गुटों में विवाद हो गया.
हंगामे के चलते लगभग आधे घंटे तक ट्रैफिक जाम लगा रहा. वार्ड के पंचायत सदस्य और उप प्रधान भी मामले को सुलझाने के लिए बीच-बचाव करने पहुंचे लेकिन, लोगों की उनके साथ भी झड़प हो गई. अमर उजाला की खबर के मुताबिक गाड़ी की नंबर प्लेट पंजाब की थी और उसमें सवार लोग हिमाचल प्रदेश के नैना देवी इलाके से आ रहे थे.
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और सभी लोगों को बिझडी के पुलिस सहायता कक्ष ले गए. हालांकि, दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं हुआ. हमें उस वक्त के एक फेसबुक पोस्ट में इस घटना का एक अलग एंगल से बना वीडियो भी मिला. इस वीडियो में लाल यूनिफॉर्म पहने कुछ बच्चे सड़क पर खड़े हैं. इनकी शर्ट पर ‘GSSS Bijhari’ लिखा हुआ है. जीएसएसएस, हमीरपुर के बिझडी इलाके का एक स्कूल है. साफ है, वीडियो हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर का है.
हमने चित्तौड़गढ़ से आजतक संवाददाता पीयूष मुन्द्रा से संपर्क किया. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि चित्तौड़गढ़ मामले वाले प्रधानाचार्य और लेडी टीचर पर इस तरह का हमला होने जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है. फिलहाल, प्रधानाचार्य चित्तौड़गढ़ में हैं भी नहीं, वो जयपुर जा चुके हैं.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले AAJ TAK पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]
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