इंजीनियर्स का रोजगार 47 प्रतिशत बढ़ा, देश में अब 57 प्रतिशत रोजगार के काबिल, राजस्थान का नंबर दूसरा

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इंजीनियरिंग करने के इच्छुक छात्रों के लिए खुशखबर है. देश में रोजगार के लिए तैयार होने वाले छात्रों का प्रतिशत बढ़ चुका है. पहले इंजीनियर्स की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जाते रहे हैं, लेकिन ताजा रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि हमारे इंजीनियरिंग छात्र काबिल बन रहे हैं और वह दिन दूर नहीं जब उनकी काबीलियत कामयाबी दिलाएगी. जी हां, हाल ही इंडिया स्किल रिपोर्ट जारी की गई है. कंफडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई), वीबॉक्स और पीपल स्ट्रॉन्ग की ओर से जारी इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में रोजगार प्रतिशत 47 तक बढ़ा है. इसमें पिछले पांच साल में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है. जबकि 57 प्रतिशत इंजीनियरिंग छात्रों को रोजगार के काबिल बताया गया है. इसमें पिछले साल के मुकाबले पांच प्रतिशत पॉइंट्स की बढ़ोतरी देखी गई है. हालांकि मैनेजमेंट में तीन प्रतिशत की कमी देखी गई है. साथ ही बीफार्मा छात्रों के लिए भी एम्पलॉयबिलिटी का प्रतिशत कम रहा है.

राजस्थान दूसरे और हरियाणा तीसरे नंबर पर

टॉप टेन लिस्ट में राज्यों की बात करें तो आंध्रप्रदेश ने इसमें टॉप किया है. राजस्थान दूसरे स्थान पर है और हरियाणा का तीसरे स्थान पर रहना चौंकाता है. राजस्थान के इंजीनियरिंग कॉलेजों में बेहतरीन टैलेंट पूल मिलना कंपनियों को आकर्षित करता रहा है. आईआईटी जोधपुर, एमएनआईटी जयपुर, बिट्स पिलानी और जयपुर की निजी यूनिवसिर्टीज की ओर देशभर के छात्र रुख कर रहे हैं.

इंडिया रैंकिंग में जयपुर के संस्थान

राजधानी जयपुर की इंजीनियरिंग यूनिवसिर्टी और कॉलेज जेईसीआरसी के निदेशक अर्पित अग्रवाल का कहना है कि पिछले कुछ साल में बेहतरीन प्लेसमेंट, राजस्थान का शांत माहौल और हॉस्टल जैसी बेहतरीन सुविधाओं ने स्टूडेंट्स का ध्यान आकर्षित किया है. संस्थानों का टॉप मैग्जींस रैंकिंग में अच्छा स्थान पाना भी इस बात का संकेत है कि यहां के संस्थान अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं. जेईसीआरसी को 6 हजार से ज्यादा संस्थानों पर किए गए इंडिया टुडे के सर्वे में 71वां, आउटलुक में 83वां और द वीक में 41 वां स्थान प्राप्त हुआ है.

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फोटो- जयपुर की एक यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग स्टूडेंट.

छात्र अर्पित पीरवाल को मिला 10 लाख का पैकेज

जेईसीआरसी में विगत 3 वर्षों में 3900 से ज्यादा स्टूडेंट्स का दुनिया की जानी मानी कंपनियों में प्लेसमेंट कराने में सफल रहे. देशभर के स्टूडेंट्स पीएचडी के लिए जयपुर का रुख कर रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या फीमेल कैंडीडेट्स की है. ये आंकड़े बताते हैं कि राजस्थान या जयपुर इंजीनियरिंग शिक्षा के लिए किस तरह से डवलप हो रहा है. 10 लाख का पैकेज प्राप्त करने वाले जेईसीआरसी के छात्र योगेश पांडे ने बताया कि जयपुर का बेहतरीन माहौल और कॉम्पिटेटिव माहौल में मुझे काफी अच्छी लर्निंग रही. 6 लाख का पैकेज प्राप्त करने वाले छात्र अर्पित पीरवाल के अनुसार, पिछले कुछ साल में जयपुर में बेहतरीन प्लेसमेंट्स ने मुझे आकर्षित किया.

RTU में इजीनियरिंग की 35 हजार सीटें

हालांकि यह अलग बात है कि राजस्थान में 21वीं सदी की शुरुआत में इंजीनियरिंग शिक्षा ने जोर पकड़ा था, 2010-14 तक लगभग 70 हजार सीटें हो गईं थीं, लेकिन अब राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) से जुड़े कॉलेजों में महज 35 हजार सीटें ही रह गई हैं. ऐसे में ये आंकड़े इंजीनियरिंग शिक्षा को राहत देने का काम करेंगे. इस भ्रम को भी तोड़ेंगे कि इंजीनियरिंग में जॉब नहीं मिलता.

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Tags: Career Guidance, Engineering courses, Jaipur news, Job and career, Rajasthan news





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