ट्रेन हाईजैक के बाद BLA ने बनाया ऐसा प्लान, कई टुकड़ों में टूट सकता है पाकिस्तान!

Must Read

Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस हाईजैक के बाद गृहयुद्ध जैसे हालात बन गए हैं. ट्रेन हाईजैक करने वाली बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पहले ही शहबाज सरकार को चेतावनी दी थी, लेकिन शहबाज शरीफ अपनी अकड़ में बने रहे और उन्होंने सेना को बीएलए के खिलाफ ऑपरेशन करने की छूट दे दी. अब बीएलए ने ऐसा प्लान बनाया है कि शहबाज और सेना मिलकर भी मुल्क को एकजुट नहीं रख पाएंगे. 
 
जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक करने के बाद बीएलए ने शहबाज सरकार के सामने अपनी डिमांड रखी थीं. बीएलए ने कहा था कि 48 घंटों के अंदर बलूच नेताओं को रिहा किया जाए और चीन को बलूचिस्तान से दूर रखा जाए. बीएलए की ओर चेतावनी देते हुए कहा गया कि अगर सरकार ने सेना को ऑपरेशन चलाने की छूट दी तो वो बंधक बनाए गए यात्रियों को मार देंगे. हालांकि पाकिस्तान के एसएसजी कमांडोज ने ऑपरेशन चलाकर बंधकों को छुड़ा लिया और दावा किया कि बीएलए के सभी लड़ाकों को मार दिया गया है. पाकिस्तानी सेना की जिद की वजह से करीब 200 लोगों की जान चली गई. 

सिंध तक पहुंची अलगाववाद की आग 

पाकिस्तान मामलों के एक्सपर्ट्स ने बताया है कि अलगाववादी विद्रोह की आग बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनखा से आगे बढ़कर सिंध तक पहुंच सकती है. उनका मानना है कि बीएलए, सिंध में सक्रिय सिंधदेश रिवोल्यूनशनरी आर्मी (SRA) के बीच गठजोड़ के आसार हैं, जिससे पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा और चीन के निवेश पर गंभीर असर पड़ सकता है.

नेशनल ऑर्मी ऑफ बलूचिस्तान में शामिल होगी SRA!

जाफर एक्सप्रेस हाईजैक से पहले बीएलए ने बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) और बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स (BRG) के साथ मिलकर एक नई गठबंधन सेना नेशनल आर्मी ऑफ बलूचिस्तान की घोषणा की थी. अब इस संगठन में सिंध की विद्रोही सेना सिंधदेश रिवोल्यूनशरी आर्मी के शामिल होने की खबरें हैं. इससे न केवल पाकिस्तान बल्कि चीन में भी बैचेनी बढ़ गई है. 

पाकिस्तानी सेना की नाक पर दम किए हैं संगठन

अफगानिस्तान में तालिबान के कुछ गुटों के समर्थन से बलूच विद्रोहियों और खैबर पख्तूनखा में सक्रिय टीटीपी पाकिस्तान और जैश उल फुरसान के बीच समझौता में हुआ था. इसके बाद से ही पाकिस्तान के सुरक्षाबलों पर हमले बढ़ गए. बीते शुक्रवार को खैबर पख्तूनखा के दक्षिणी वजीरिस्तान में एक मस्जिद पर हमला हुआ, जिसका आरोप टीटीपी पर लगाया जा रहा है. 

पाकिस्तान में कुछ बड़ा होने वाला है!

बलूच विद्रोही पहले ही चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कोरिडोर यानी सीपेक और ग्वादर बंदरगाह से चीन को बाहर निकालने की मांग कर चुके हैं. अब सिंध में भी एसआरए ने कराची बंदरगाह पर चीन के प्रभाव का विरोध शुरू कर दिया है. सीपेक वन वेल्ट, वन रोड का अहम हिस्सा है. जो शिजियांग के कासगर से बलूचिस्तान के ग्वादर तक फैला हुआ है. बलूचों का आरोप है कि चीन इसकी आड़ में बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों को लूट रहा है. फिलहाल ऐसा लग रहा है कि मानो पाकिस्तान में कुछ बड़ा होने वाला है. जिस तरीके से विद्रोही गुट एक-दूसरे गुट हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं या फिर उनके साथ आने की अटकलें लगाई जा रही हैं, उससे मुल्क में बड़ा तनाव फैल सकता है.

world news, world news today, latest world news, latest news, hindi world news, hindi news today, oxbig news, oxbig news network, oxbig hindi, oxbig hindi news, hindi oxbig, oxbig

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -