Last Updated:March 10, 2025, 12:43 ISTStock market fall 2025 : शेयर बाजार में भारी गिरावट के बीच अनलिस्टेड शेयर्स भी प्रभावित हुए हैं. कुछ कंपनियों के शेयरों में ज्यादा गिरावट देखी गई, जबकि कुछ ने अच्छा प्रदर्शन किया. विशेषज्ञों का मानना है कि अनलि…और पढ़ेंहाइलाइट्सशेयर बाजार में भारी गिरावट से अनलिस्टेड शेयर्स भी प्रभावित हुए.मैट्रिक्स गैस रिन्यूएबल्स और मोतीलाल ओसवाल होम फाइनेंस के शेयर गिरे.नायरा एनर्जी और एनसीडीईएक्स के शेयरों में उछाल देखा गया.Stock market fall 2025 : वैसे तो आप जानते ही होंगे कि शेयर बाजार में लिस्ट होने से पहले भी शेयरों को खरीदा और बेचा जाता है. आम तौर पर आम निवेशकों को उनके रेट्स के बारे में तभी पता चलता है, जब उनका आईपीओ काफी नजदीक होता है, क्योंकि आईपीओ आने से ऐन पहले उनके ग्रे-मार्केट प्रीमियम (GMP) पर नजर रखी जाती है, ताकि पता लगाया जा सके कि वे शेयर कहां और किस कीमत पर लिस्ट हो सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि वे केवल कुछ ही दिन पहले ट्रेड होने शुरू होते हैं. कई बार तो वर्षों पहले से शेयर अनलिस्टेड ही ट्रेड हो रहे होते हैं. चूंकि सिंतबर 2024 से ही भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है, ऐसे में अभी तक लिस्ट नहीं हुए शेयरों में भी गिरावट आई है. हालांकि यह गिरावट लिस्टेड शेयरों के मुकाबले कम ही है.
विश्लेषकों के मुताबिक, कुछ कंपनियों के शेयर, जो पिछले सालों में तेजी से बढ़े थे या जिन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा, उन्हें ज्यादा नुकसान हुआ है. ऐसा ही एक शेयर है मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (Metropolitan Stock Exchange of India) का. 2024 में इसके शेयर 1100 फीसदी से ज्यादा बढ़े थे, लेकिन 2025 में 40 फीसदी गिरकर 7.5 रुपये प्रति शेयर पर आ गए हैं. मैट्रिक्स गैस रिन्यूएबल्स (Matrix Gas Renewables) और मोतीलाल ओसवाल होम फाइनेंस (Motilal Oswal Home Finance) के शेयर भी क्रमशः 31 फीसदी और 26 फीसदी गिरे हैं. हीरो फिनकॉर्प (Hero FinCorp) के शेयर 25 फीसदी नीचे आए हैं, जबकि अपोलो ग्रीन एनर्जी (Apollo Green Energy) के शेयरों में 13 फीसदी की गिरावट देखी गई है.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट कम देखी गई है. कैपजेमिनी टेक (Capgemini Tech) और एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) के शेयर 7.5% गिरे हैं, जबकि एपीआई होल्डिंग (API Holdings) के शेयर 7.2 की गिरावट आई है. कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Cochin International Airport) के शेयर 5.4% नीचे आए हैं. वहीं, ऑर्बिस फाइनेंशियल कॉर्प () और चेन्नई सुपर किंग्स () के शेयर 4.5% गिरे हैं.
कुछ अनलिस्टेड शेयरों में उछाल भी देखने को मिला है. नायरा एनर्जी (Nayara Energy) में 16 प्रतिशत का उछाल आया है, जबकि एनसीडीईएक्स (NCDEX) में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल, नायरा एनर्जी में 346 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई थी, जबकि एनसीडीईएक्स में 27 प्रतिशत की गिरावट आई थी.
UnlistedArena.com के को-फाउंडर मनन दोशी ने कहा कि अभी कुछ निश्चित तौर पर कहना जल्दबाजी होगा, लेकिन सेक्टरों को लेकर निवेशकों की रुचि में शिफ्ट आया हो सकता है. सोलर और ग्रीन एनर्जी सेक्टर के स्टॉक्स, जो हाल के तिमाहियों में बाजार के पसंदीदा थे, अब अपनी चमक खोने लगे हैं. इसके विपरीत, एक्सचेंज और एक्सचेंज से संबंधित इकोसिस्टम स्टॉक्स में बढ़ती रुचि देखी जा रही है.
व्यापक बाजार में गिरावट के साथ, गैर-सूचीबद्ध सेक्टर में ट्रेडिंग वॉल्यूम काफी कम हो गया है. आगे चलकर, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि बाजार कैसे चलने वाला है और कंपनियों की इनकम रिपोर्ट भविष्य का मार्ग कैसे प्रशस्त करने वाली है.
चार कारणों से आई है बिकवालीभारतीय शेयर बाजार में 2025 में अब तक बड़ी गिरावट आई है. इसका मुख्य कारण विदेशी निवेशकों द्वारा शेयर बेचना है. ये बिकवाली इसलिए हो रही है क्योंकि शेयरों के दाम बहुत ज्यादा हो गए थे, देश की अर्थव्यवस्था धीमी हो रही है, कंपनियों की कमाई बहुत तेज नहीं बढ़ रही और अमेरिका में ट्रंप की जीत के बाद व्यापार में नए टैरिफ (कर) जुड़ सकते हैं.
इस वर्ष में सेंसेक्स और निफ्टी में अब तक 4.5% की गिरावट आई है. छोटे और मझोले शेयरों को इससे ज्यादा नुकसान हुआ है. बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 14% और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 17% से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है.
क्रांति बथिनी, जो वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी रणनीति निदेशक हैं, उनका कहना है कि इस गिरावट के पीछे देसी और विदेशी दोनों कारण हैं. हालांकि, वे गैर-सूचीबद्ध बाजार (जहां कंपनियों के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर नहीं बिकते) को लेकर थोड़े पॉजिटिव हैं. उनका मानना है कि यह बाजार कम अस्थिर होता है और बाहरी बदलावों का इस पर कम असर पड़ता है.
हालांकि, गैर-सूचीबद्ध शेयरों में निवेश हर किसी के लिए सही नहीं होता. बथिनी बताते हैं कि इसमें जोखिम ज्यादा होता है और खरीदार-विक्रेता जल्दी नहीं मिलते, जिससे निवेशकों के लिए इसे बेचना मुश्किल हो सकता है. इसलिए, यह उन लोगों के लिए चुनौतियां पेश करता है जो जल्दी पैसा निकालना चाहते हैं.
अनलिस्टेड शेयर खरीदने के फायदे और नुकसान?अनलिस्टेड शेयर वे शेयर होते हैं जो स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध (लिस्टेड) नहीं होते. ये आमतौर पर निजी कंपनियों, स्टार्टअप्स या उन कंपनियों के होते हैं जो भविष्य में आईपीओ लाने की योजना बना रही होती हैं. अनलिस्टेड शेयरों में निवेश करने के कई फायदे और नुकसान होते हैं.
फायदे:
ऊंचे रिटर्न की संभावना: अनलिस्टेड शेयरों में निवेश करके निवेशक कम कीमत पर शेयर खरीद सकते हैं और भविष्य में कंपनी के ग्रोथ करने पर अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं.
अर्ली स्टेज इन्वेस्टमेंट: निवेशक उन कंपनियों में पैसा लगा सकते हैं जो भविष्य में बड़ी हो सकती हैं, जैसे कि कई स्टार्टअप्स जो बाद में यूनिकॉर्न बन जाते हैं.
कम प्रतिस्पर्धा: चूंकि ये शेयर आम पब्लिक को सीधे उपलब्ध नहीं होते, इसलिए निवेशकों को अच्छे अवसर मिल सकते हैं.
आईपीओ लाभ: अगर कोई अनलिस्टेड कंपनी बाद में आईपीओ लाती है, तो शुरुआती निवेशकों को अच्छा लाभ मिल सकता है.
डायवर्सिफिकेशन का मौका: निवेशक अपनी पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए इन शेयरों में पैसा लगा सकते हैं.
नुकसान:
लिक्विडिटी (Liquidity) की कमी: अनलिस्टेड शेयरों को आसानी से बेचा नहीं जा सकता, क्योंकि इनकी कोई नियमित ट्रेडिंग नहीं होती. एक बार खरीदने के बाद हो सकता है कि आपको इसके आईपीओ तक का इंतजार करना पड़े.
ज्यादा जोखिम: चूंकि ये कंपनियां नई होती हैं या उनके फाइनेंशियल्स सार्वजनिक नहीं होते, इसलिए इनके विफल होने का खतरा अधिक रहता है.
भ्रम और धोखाधड़ी की संभावना: कई अनलिस्टेड शेयर बाजार में बिना उचित जानकारी के बेचे जाते हैं, जिससे धोखाधड़ी का खतरा बढ़ जाता है.
लंबा इंतजार: निवेशकों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि कंपनी के लिस्टेड होने में सालों लग सकते हैं.
कम रेगुलेशन: सेबी (SEBI) और अन्य नियामक संस्थाएं इन शेयरों की निगरानी कम करती हैं, जिससे निवेशकों को जोखिम अधिक होता है.
अनलिस्टेड शेयरों में निवेश करने से बड़ा फायदा हो सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी अधिक है. यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं और रिस्क लेने को तैयार हैं, तो यह एक अच्छा अवसर हो सकता है. लेकिन निवेश करने से पहले कंपनी की बैकग्राउंड, फाइनेंशियल स्थिति और ग्रोथ पोटेंशियल की गहराई से जांच जरूर करें. इसके अलावा आपका ब्रोकर भी अच्छा और सेबी के साथ रजिस्टर्ड होना चाहिए.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :March 10, 2025, 11:08 ISThomebusinessStock Market: गिरावट डायन ने उन शेयरों को भी नहीं बख्शा, जो पैदा तक नहीं हुए
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