CM Yogi on Sambhal: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ वैसे तो संभल पर कई बार बोले, लेकिन इस बार उन्होंने जो कहा वो अलग था. उन्होंने विपक्ष की ओर से लगाए गए आरोपों का वेद-पुराण और इतिहास के साक्ष्यों से जवाब दिया. संभल पर बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने दुनिया ने भगवा लहराने का भी ऐलान कर दिया.
सीएम योगी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुखपत्र पांचजन्य द्वारा आयोजित महाकुंभ पर महामंथन कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इस दौरान जब संभल के मौजूदा विवाद पर सवाल आया तो सीएम योगी ने वेद-पुराणों से लेकर इतिहास के पन्ने पलट दिए.
अयोध्या से लेकर संभल तक योगी ने पलटे इतिहास के पन्ने योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘आज से 5 हजार वर्ष पूर्व से 3500 साल पहले हमारे पुराण रचे गए थे, उनमें भी इसका उल्लेख है, श्री विष्णु हरि का दसवां अवतार संभल में होगा. एक-एक चीज का उल्लेख है. इस्लाम को उदय हुए 1400 साल हुए. मैं बात कर रहा हूं 3500 से 5 हजार साल पुरानी. उससे पहले इन चीजों का उल्लेख हो चुका है, याद करना संभल में 1529 में श्री हरि का मंदिर तोड़ा गया और 1528 में अयोध्या में मंदिर तोड़ा गया, दोनों जगह मीर बाकी ने ये कृत्य किया, यह एक सच्चाई है.’
हिंदुत्व का एपिसेंटर बना संभल
सीएम योगी का ये बयान ऐसे वक्त आया है जब संभल मंदिर मस्जिद विवाद सबसे बड़ा एपिसेंटर बन चुका है, सर्वे से सच की तलाश के दौरान संभल दंगों की आग में झुलस चुका है. दंगों की आग में संभल का सच खाक ना हो जाए, इसकी मशाल खुद सीएम योगी ने थाम रखी है. सीएम ने कहा, ‘संभल एक तीर्थस्थल रहा है. संभल में 68 तीर्थस्थल थे, हम अब तक सिर्फ 18 ही खोज पाए हैं. 19 कूप थे 19 के 19 निकाल लिए हैं. खनन काम हम करवा रहे हैं. 56 साल बाद शिव मंदिर में जलाभिषेक हुआ क्या कर रहे थे ये लोग, जाति के नाम पर समाज का ठेका लिए हुए हैं, क्या कर रहे थे.’
सीएम योगी ने उठाए सपा पर सवाल
जाति के ठेकेदारों का जिक्र कर सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी पर सवाल उठा दिया. हालांकि वह इससे पहले भी संभल में सर्वे को लेकर हिंसा तक सपा को निशाने पर लेते रहे हैं. वहीं सीएम योगी के आरोपों का जवाब देते हुए संभल के सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा, ‘संभल पर कोई कब्जा नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री जी को कौन इस तरह से समझा रहा है यह परे है. पिछले 30 सालों से संभल में कोई दंगा-फसाद नहीं हुआ है.’
संभल में पिछले साल नवंबर में हुए थे दंगे
दरअसल नवंबर में कोर्ट के आदेश के बाद संभल की शाही जामा मस्जिद में सर्वे का काम शुरू हुआ था. सर्वे के दौरान ही दंगे भड़क गए. सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में सीलबंद लिफाफे में रख दी गई, लेकिन संभल में मंदिर मस्जिद की लड़ाई पर सियासी पिच तैयार हो गई. यूपी में दो साल बाद विधानसभा चुनाव है. राममंदिर निर्माण के बाद अयोध्या का मुद्दा खत्म हो चुका है. राममंदिर की तरह ही संभल के हरि मंदिर को बाबर के आदेश पर ही ढहाया गया, संभल में ही भगवान विष्णु के कल्कि अवतार होने की मान्यता है, यानी संभल में मंदिर का ये मुद्दा 2027 के चुनाव में हिंदुत्व की प्रयोगशाला साबित हो सकता है.
अखिलेश के PDA फॉर्मूले पर भारी पड़ेगा योगी का हिंदुत्व कार्ड!
बीते दो विधानसभा चुनाव में बीजेपी यूपी में अजेय बनी हुई है, लेकिन लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन ने बीजेपी को हैरान कर दिया. अखिलेश यादव का पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक यानी PDA फॉर्मूला विधानसभा चुनाव में भी रिपीट हुआ तो बीजेपी की हैट्रिक पर ब्रेक भी लग सकता है. यूपी में ओबीसी 40 फीसदी से ज्यादा हैं, जबकि दलित आबादी 21 फीसदी और मुस्लिम 19 फीसदी हैं. अखिलेश के इसी पीडीए प्लान के खिलाफ सीएम योगी हिंदुत्व का चक्रव्यूह तैयार कर रहे हैं. जाति के गणित को हिंदुत्व की लकीर से मिटाने की कोशिश है और हिंदुत्व की यह प्रयोगशाला फिलहाल संभल में तैयार हो चुकी है जिस पर 2027 के चुनाव तक सियासी तीर चलते रहेंगे. सीएम योगी ने कहा भी है कि भगवा मेरी पहचान है, सनातन धर्म की पहचान है और मुझे इस पर गर्व है. एक दिन पूरी दुनिया इसे अपनाएगी.
india, india news, india news, latest india news, news today, india news today, latest news today, latest india news, latest news hindi, hindi news, oxbig hindi, oxbig news today, oxbig hindi news, oxbig hindi
ENGLISH NEWS