Last Updated:March 06, 2025, 11:57 ISTअमेरिका ने कनाडा और मैक्सिको पर 25 परसेंट का टैरिफ लगाया है, लेकिन अब कुछ उद्योगों को छूट देने की सोच रहा है. इससे ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है. यह टैरिफ USMCA समझौते और फेंटेनाइल तस्करी रोकने से…और पढ़ेंहाइलाइट्सअमेरिका ने कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ लगाया.कुछ उद्योगों को टैरिफ से छूट देने पर विचार.ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों में तेजी आई.चारों तरफ धांय-धांय ‘टैरिफ की गोलियां’ बरसा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ जब टैरिफ वर्षा शुरू हुई तो वे ज़रा खामोश होते नजर आ रहे हैं. हाल ही में अमेरिका ने कनाडा और मैक्सिको पर 25 फीसदी का टैरिफ लगाया थोपने का ऐलान किया था. यह टैरिफ उन सामानों पर लगाया गया है जो इन देशों से अमेरिका आता है. लेकिन अब अमेरिका कुछ उद्योगों को इस टैरिफ से छूट देने की सोच रहा है. अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक ने यह जानकारी दी है. उनके इस बयान के बाद कार कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है.
लटनिक ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यह सोच रहे हैं कि किन क्षेत्रों को इस टैरिफ से राहत दी जाए. उन्होंने कहा, “वह यह तय कर रहे हैं कि किन उद्योगों को छूट मिल सकती है. मेरी राय में, यह छूट पूरी तरह से नहीं होगी, बल्कि कुछ हद तक ही मिलेगी.”
फाइनेंशियल रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बयान से निवेशकों और व्यापारियों को थोड़ी राहत मिली है. खासकर, ऑटोमोबाइल कंपनियों को इसका फायदा हुआ है. जनरल मोटर्स, फोर्ड और स्टेलांटिस जैसी कंपनियों के शेयरों में 3 से 5 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है.
समझौते की धमकियां अब भी जारीलटनिक ने यह भी कहा कि अगर कंपनियां 2020 के अमेरिका-मैक्सिको-कनाडा समझौते (USMCA) का पालन करती हैं, तो उन्हें टैरिफ नहीं देना पड़ेगा. उन्होंने कहा, “अगर आप समझौते के नियमों का पालन करते हैं, तो शायद आपको टैरिफ नहीं देना पड़ेगा. अगर नहीं करते हैं, तो यह आपकी जिम्मेदारी है.”
यह टैरिफ ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर सबसे ज्यादा असर डाल रहा है. दरअसल, ज्यादातर गाड़ियों के पुर्जे अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको के बीच आते-जाते हैं. इन पुर्जों को असेंबल किए जाने से पहले कई बार इन देशों के बीच भेजा जाता है.
विश्लेषकों के मुताबिक, जनरल मोटर्स पर इस टैरिफ का सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है. अगले साल उनकी कैश फ्लो (नकदी प्रवाह) में 6.7 अरब डॉलर की कमी आ सकती है. फोर्ड को 2.9 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है, जबकि स्टेलांटिस को 3.5 अरब यूरो का झटका लग सकता है.
राजनीतिक सरगर्मियां भी तेजइस टैरिफ की वजह से अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको के बीच राजनीतिक तनाव भी बढ़ गया है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि अगर अमेरिका अपने टैरिफ हटाता है, तो ही कनाडा अपने टैरिफ हटाएगा. उन्होंने ट्रंप के इस कदम को “बहुत बेवकूफी भरा” बताया.
मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम ने कहा कि वह इस मुद्दे पर ट्रंप के साथ चर्चा करेंगी. इस बीच, अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने ट्रूडो को “लंगड़ा बतख” और “मरा हुआ आदमी” तक कह डाला.
लटनिक ने कहा कि अगले साल USMCA समझौते पर फिर से बातचीत हो सकती है. साथ ही, अमेरिका ने यह भी संकेत दिया है कि ब्राजील, भारत, जापान और यूरोपीय संघ पर भी नए टैरिफ लगाए जा सकते हैं.
अमेरिका ने यह भी कहा है कि अगर कनाडा और मैक्सिको फेंटेनाइल (एक घातक ड्रग) की तस्करी रोकने में मदद करते हैं, तो उन्हें टैरिफ से छूट मिल सकती है. लटनिक ने कहा कि यह छूट सिर्फ एक महीने के लिए हो सकती है. इस हफ्ते के अंत तक अमेरिका यह घोषणा कर सकता है कि किन उद्योगों को टैरिफ से छूट मिलेगी.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :March 06, 2025, 11:57 ISThomebusinessमिला करारा जबाव तो लाइन पर आए ट्रंप! टैरिफ से राहत देने पर कर रहे विचार
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