‘हमारे यहां जाति व्यवस्था नहीं है’, किसने अमेरिका में भारतीयों पर दिया बयान जिससे मचा बवाल

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US Brandon Gill On Patel Community: अमेरिकी कांग्रेस सदस्य ब्रैंडन गिल ने हाल ही में एक भारतीय मूल के नागरिक पर जाति और आप्रवासन को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की. यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब डायलन पटेल नामक गुजराती नागरिक ने डलास, टेक्सास में आयोजित एक वॉलीबॉल टूर्नामेंट की प्रशंसा करते हुए अपने समुदाय की एकजुटता की बात कही. गिल की प्रतिक्रिया ने सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छेड़ दी.

गुजराती मूल के डायलन पटेल ने वॉलीबॉल टूर्नामेंट में 8,000 लोगों की भागीदारी पर गर्व जताया, जो गुजरात के एक हिस्से से अमेरिका में आकर बसे थे. पटेल ने लिखा कि उनका समुदाय अमेरिका में मोटल्स और गैस स्टेशनों का मालिक है और उन्होंने इस आयोजन को अपने समुदाय की शक्ति और एकता का प्रतीक बताया.

ब्रैंडन गिल की MAGA के प्रति समर्थन
ब्रैंडन गिल ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “अमेरिका अवसरों की भूमि है क्योंकि यहां जाति व्यवस्था नहीं है. हम विदेशी वर्ग की मदद से अमेरिका की समृद्धि और स्वतंत्रता को बनाए नहीं रख सकते. इस तरह का आप्रवासन राष्ट्रीय और सांस्कृतिक आत्महत्या के बराबर है.” गिल की इस प्रतिक्रिया ने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दी और कई लोगों ने इस पर नाराजगी जताई. गिल का बयान उनके Make America Great Again (MAGA), अमेरिका फर्स्ट के रुख को दर्शाता है, जिसके तहत वह अमेरिकी संस्कृति और समाज में विदेशी प्रभावों का विरोध करते हैं.

जाति व्यवस्था और आप्रवासन पर उठे सवाल
ब्रैंडन गिल की ओर से जाति व्यवस्था का जिक्र करने से कई सवाल उठे हैं. अमेरिका में आप्रवासी समुदायों के भीतर जाति व्यवस्था और उनके समाज में आत्मसात होने की प्रक्रिया को लेकर इस बयान ने व्यापक बहस शुरू की है. गिल की इस टिप्पणी को आप्रवासन के मुद्दे पर एक विवादास्पद दृष्टिकोण के रूप में देखा जा रहा है.

सोशल मीडिया पर बहस और प्रतिक्रियाएं
डायलन पटेल ने अपनी पोस्ट में बाद में कहा, “साझा विरासत वाले भारतीय लोगों की ओर से टूर्नामेंट में अमेरिकी खेल खेलने पर सभी लोगों को प्यार.” पटेल की यह प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर गिल के समर्थकों और आलोचकों के बीच बढ़ते विवाद के संदर्भ में थी.

ब्रैंडन गिल का राजनीतिक रुख
ब्रैंडन गिल ने इससे पहले भी DEI नीतियों, LGBTQ+ और USAID की नीतियों को लेकर कठोर रुख अपनाया था. इसके अलावा, उन्होंने एक याचिका भी जारी की थी, जिसमें उन्होंने कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर को निर्वासित करने की मांग की थी. गिल ने अपने समर्थकों से इस याचिका पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया था और विवादास्पद रूप से कहा था कि उमर का निर्वासन अमेरिका के लिए बेहतर होगा. गिल वर्तमान में एक और विवादास्पद प्रस्ताव के लिए समर्थन जुटा रहे हैं, जिसमें वह डोनाल्ड ट्रंप का इमेज $100 के नोट पर रखने की योजना को आगे बढ़ा रहे हैं. यह प्रस्ताव भी सोशल मीडिया पर बहस का कारण बना हुआ है.

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