Last Updated:February 27, 2025, 08:19 ISTShare Market Correction : भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ समय से आ रही गिरावट से अभी पीछा छूटने वाला नहीं है. खासकर मिड और स्मॉलकैप के शेयरों में लगातार गिरावट दिख रही. अब दिग्गज फंड मैनेजर ने भी इसमें और गिर…और पढ़ेंशेयर बाजार में अभी तक 14 फीसदी गिरावट आ चुकी है.हाइलाइट्सस्मॉलकैप शेयरों में 21% की गिरावट आई है.आगे 13% और गिरावट की संभावना है.एफएमसीजी सेक्टर में ज्यादा खतरा नहीं.नई दिल्ली. भरतीय शेयर बाजार को जानें किसकी नजर लग गई है कि अभी तक सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले मिड और स्मॉल कैप ही सबसे ज्यादा नुकसान कराने पर तुले हैं. दिग्गज फंड मैनेजर ने स्मॉल कैप को लेकर एक बार फिर चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा कि आगे भी स्मॉल कैप स्टॉक्स में करीब 13 फीसदी तक गिरावट आने का अंदेशा है. सिर्फ एफएमसीजी सेक्टर को छोड़कर जहां निवेशकों को अभी ज्यादा खतरे की आशंका नहीं है.
क्यूड एडवाइजर्स के पार्टनर और फंड मैनेजर ऋषभ नाहर ने मनीकंट्रोल को बताया कि अभी तक निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स 21% नीचे जा चुका है. वर्तमान में कमाई के जोखिम, स्मॉल-कैप शेयरों में कम तरलता और मंदी के बाजारों के आमतौर पर घबराहट में खत्म होने की प्रवृत्ति को देखते हुए कहा जा सकता है कि 2,000 अंकों (13.5%) की और गिरावट निश्चित रूप से संभव दिख रही है.
एफएमसीजी पर ज्यादा दिक्कत नहींनाहर ने कहा कि रिकॉर्ड उच्च स्तर से स्मॉल कैप 22% की गिरावट के बाद भी नहीं थमेगा. हालांकि, हमें आगे FMCG सेक्टर में कोई बड़ी परेशानी नहीं दिख रही है. इसका बुनियादी ढांचा मजबूत बना हुआ है. वैसे अमेरिकी बाजारों के लिए अगले 5 साल काफी महत्वपूर्ण होंगे. अमेरिकी बाजार महंगे लगते हैं, खासकर दीर्घकालिक विकास की चुनौतीपूर्ण दृष्टिकोण को देखते हुए.
14 फीसदी टूट चुका है बाजारनाहर ने बताया कि शेयर बाजार अभी तक 14 फीसदी टूट चुका है और आगे भी करेक्शन के पूरे आसार दिख रहे हैं. वैसे तो हम एक सिद्धांत के रूप में, शेयर बाजार के भविष्य के बारे में सीधे भविष्यवाणियां करने से बचते हैं. बावजूद इसके निवेशक होने के नाते हम आने वाले समय के लिए तैयारी कर सकते हैं. इतिहास खुद को बिल्कुल नहीं दोहराता, लेकिन अक्सर उसकी झलक मिलती है.
खुद को दोहरा रहा इतिहासनाहर के अनुसार, मौजूदा करेक्शन को देखकर लगता है कि इतिहास खुद को दोहरा रहा है. इससे पहले 2001 में डॉट कॉम क्राइसिस के समय बाजार 45 फीसदी गिरा था, तो 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस में 55 फीसदी की गिरावट रही थी. 2011 के ग्लोबल करेक्शन में बाजार भी 25 फीसदी गिरा था. फिर 2015 का जियोपॉलिटिकल क्राइसिस आया जिसमें बाजार 21 फीसदी टूटा. कोविड महामारी के समय 2020 में बाजार करीब 38 फीसदी की गिरावट झेला था और अब 14 फीसदी तक गिरावट आ चुकी है.
क्यों गिर रहे मिड और स्मॉल कैप शेयरनाहर ने साफ कहा कि तीसरी तिमाही में वाकई में कमाई घटी है. खासकर छोटे और मिड-कैप सेक्टर में. अभी निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स 21% नीचे है. मौजूदा जोखिमों को देखते हुए कह सकते हैं कि स्मॉल कैप स्टॉक्स में कम लिक्विडिटी और बियर मार्केट्स के पैनिक में खत्म होने की सामान्य प्रवृत्ति को देखते हुए आगे 2,000 अंकों (लगभग -13.5%) की गिरावट की संभावना है. बस एफएमसीजी सेक्टर इससे थोड़ी राहत में होगा, क्योंकि वहां पहले ही 22 फीसदी का करेक्शन आ चुका है और आगे ज्यादा गिरावट की आशंका नहीं है.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :February 27, 2025, 08:19 ISThomebusinessस्मॉलकैप पर आई बेहद बुरी खबर! दिग्गज फंड मैनेजर ने बताया-अभी कहां तक टूटेगा
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