गिरते मिड और स्मॉल-कैप पर सेबी चीफ ने क्यों कहा- कमेंट करने की जरूरत नहीं? बड़ी गहरी है बात

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Last Updated:February 21, 2025, 14:48 ISTSEBI की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने स्मॉल-कैप और मिड-कैप सूचकांकों पर टिप्पणी की आवश्यकता नहीं बताई. बाजार में गिरावट के बावजूद निवेशकों को आकर्षक अवसर दिख रहे हैं.माधबी पुरी बुच.हाइलाइट्समिड और स्मॉल-कैप शेयरों में भारी गिरावट जारी है.SEBI प्रमुख ने स्मॉल-कैप और मिड-कैप पर टिप्पणी की आवश्यकता नहीं बताई.विशेषज्ञों का मानना है कि मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में और गिरावट हो सकती है.Mid Small Cap Valuations : भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने 21 फरवरी को स्पष्ट किया कि वर्तमान में स्मॉल-कैप और मिड-कैप सूचकांकों के मूल्यांकन पर टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है, जबकि ये अपने उच्चतम स्तर से 20% की गिरावट का सामना कर चुके हैं. यह बयान उस समय आया है जब लगभग एक साल पूर्व बुच ने ब्रॉडर मार्केट में “तर्कहीन उत्साह” (Irrational exuberance) की चेतावनी दी थी.

मुंबई में एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के एक कार्यक्रम में बोलते हुए, बुच ने कहा कि 2024 में SEBI ने स्मॉल-कैप और मिड-कैप मूल्यांकनों पर बयान दिया था क्योंकि उस समय इसकी आवश्यकता थी. फरवरी 2024 में, SEBI ने एसेट मैनेज करने वाली कंपनियों (AMCs) को ब्रॉडर मार्केट्स में बढ़ती अस्थिरता के मद्देनजर स्मॉल-कैप और मिड-कैप सेगमेंट में निवेशकों की सुरक्षा के लिए एक पॉलिसी बनाने की सलाह दी थी.

मार्च 2024 में, SEBI प्रमुख ने कहा था, “कुछ कंपनियां और सेगमेंट आज पुनर्मूल्यांकन का सामना कर रहे हैं, जो एक अच्छी बात है. लेकिन अन्य भी हैं जहां मूल्यांकन मानदंड अत्यधिक हैं और मौलिकताओं द्वारा समर्थित नहीं हैं, जिसे नियामक ‘तर्कहीन उत्साह’ कहते हैं.”

विशेष रूप से, 2024 में स्मॉल-कैप और मिड-कैप मूल्यांकनों में मजबूत वृद्धि बाजार रैली के कारण हुई थी. सितंबर में सेंसेक्स लगभग 86,000 के स्तर को छू गया था. BSE स्मॉल-कैप और मिड-कैप सूचकांकों ने वर्ष के दौरान लगभग 30% की वृद्धि दर्ज की थी. हालांकि, अगले महीनों में बाजार में बड़ी गिरावट आई, और व्यापक बाजार भी प्रभावित हुए.

Invasset PMS के पार्टनर और फंड मैनेजर अनिरुद्ध गर्ग ने मनीकंट्रोल को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मजबूत सुधारों के बाद अब मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में निवेश एक “आकर्षक निवेश अवसर” है. उन्होंने कहा, “मूल्यांकन आकर्षक हो गए हैं, और हम अगले दो वर्षों के लिए मजबूत तेजी की उम्मीद कर रहे हैं.”

मिड और स्मॉल कैप ने दिया पेनभारतीय मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में भारी गिरावट जारी है. विदेशी निवेशक इनसे अरबों रुपये निकाल रहे हैं. ऊंची कीमतें, कमजोर कमाई, नेगेटिव सेंटीमेंट और वैश्विक व्यापार तनाव के कारण बाजार में गिरावट तेज हुई है. निफ्टी स्मॉल कैप 100 एक हफ्ते में 10% गिरा, जबकि मिडकैप 100 इंडेक्स 2025 में अब तक 13% टूटा है. सितंबर के उच्चतम स्तर से ये इंडेक्स क्रमशः 22% और 18% नीचे हैं. कंपनियों की कमजोर कमाई ने दबाव बढ़ा दिया है, जिससे ब्रोकरेज फर्मों ने अपने लक्ष्यों में कटौती की है, जिससे यह गिरावट और तेज हो गई है.

क्या और गिरावट का आनी बाकी?भारतीय मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में और गिरावट हो सकती है क्योंकि इनकी पिछली बढ़त अस्थिर थी और वैल्यूएशन जरूरत से ज्यादा बढ़ गए थे. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल का मानना है कि अब बाजार सेक्टर या इंडेक्स आधारित नहीं, बल्कि स्टॉक-स्पेशल हो गया है. उन्होंने कहा कि मिड और स्मॉल-कैप शेयरों के ऊंचे मूल्यांकन का कुछ हिस्सा पहले ही समाप्त हो चुका है, लेकिन बाजार में गिरावट धीरे-धीरे हो रही है. बैंकिंग सेक्टर में धीमी लोन ग्रोथ और कमजोर भविष्यवाणी के कारण निवेशक फिलहाल इससे दूरी बना रहे हैं.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :February 21, 2025, 14:48 ISThomebusinessगिरते मिड और स्मॉल-कैप पर सेबी चीफ ने क्यों कहा- कमेंट करने की जरूरत नहीं?

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