US Vice-President on European Allies : अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने के लिए यूरोपीय नेताओं की आलोचना की. उन्होंने कहा, “इस महाद्वीप का सबसे बड़ा खतरा रूस और चीन नहीं, बल्कि इसके अंदर से ही है.”
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस शुक्रवार (14 फरवरी) को दक्षिणी जर्मनी में आयोजित म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उपराष्ट्रपति यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए होने वाली संभावित वार्ता पर चर्चा करने वाले थे. हालांकि, इस दौरान उन्होंने मुख्य रूप से अपने सिद्धांतों को नजरअंदाज करने और मतदाताओं के फ्री स्पीच और माइग्रेशन की चिंताओं को लेकर यूरोपीय सरकारों की आलोचना की, जिसमें ब्रिटेन भी शामिल था.
हेट स्पीच और गलत जानकारी फैलाना कम्युनिस्ट सरकारों का काम
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर हेट स्पीच और गलत जानकारी के फैलाने का प्रयास करना मुक्त समाजों के बजाए कम्युनिस्ट सरकारों का काम है. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के सीनियर अधिकारी ने कहा कि लोकतंत्र के दक्षिणपंथी अल्टरनेटिव को घेरने के लिए जर्मनी का किया गया प्रयास अलोकतांत्रिक है. साथ ही उन्होंने रोमानिया के राष्ट्रपति चुनाव को रद्द करने वाले कोर्ट के विवादस्पद फैसले की भी आलोचना की.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, उपराष्ट्र्पति जेडी वेंस ने यूरोपीय चुनावों में रूप से हस्तक्षेप की रिपोर्ट्स को खारिज किया है.
US Vice President JD Vance accused European leaders of censoring free speech and failing to control immigration at the Munich Security Conference in Germany, highlighting the divergent worldviews of Trump’s new administration and European leaders pic.twitter.com/d8jFqVqWfn
— Reuters (@Reuters) February 15, 2025
कॉन्फ्रेंस में मौजूद यूरोप के लोगों की वेंस ने की आलोचना
बवारिया में आयोजित वार्षिक सुरक्षा सम्मेलन काफी लंबे समय से ट्रांसअटलांटिक संबंधों को मजबूत करने के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में काम करता रहा है. इससे वॉशिंगटन के अधिकारियों को अपने यूरोपीय काउंटरपार्ट्स के साथ चर्चा करने और जानकारी साझा करने में मदद मिलती है. हालांकि, उपराष्ट्रपति वेंस ने यूक्रेन युद्ध की चर्चा न कर यूरोप के उपस्थित लोगों की आलोचना करने की अलग नीति अपनाई.
वेंस के संबोधन के बाद हॉल में छा गई शांति
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के संबोधन के बाद हॉल में हर तरफ शांति छा गई. हालांकि, बाद में कॉन्फ्रेंस में मौजूद कुछ नेताओं ने इस बात की निंदा भी की. इसमें जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्तोरियस ने कहा, “इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है.”
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