Last Updated:February 12, 2025, 16:59 ISTजनवरी में खुदरा महंगाई घटकर 4.31% पर आई, मुख्य रूप से खाने का सामान सस्ता होने से. दिसंबर में यह 5.22% थी. खाद्य मुद्रास्फीति जनवरी में 6.02% रही. आरबीआई का लक्ष्य खुदरा मुद्रास्फीति को 4% पर बनाए रखना है.महंगाई दर में मासिक और सालाना दोनों आधार पर गिरावट है. हाइलाइट्सजनवरी में खुदरा महंगाई घटकर 4.31% पर आई.खाने का सामान सस्ता होने से महंगाई में कमी.दिसंबर में खुदरा महंगाई 5.22% थी.नई दिल्ली. खुदरा महंगाई घटकर जनवरी में 4.31 प्रतिशत पर आ गई. मुख्य रूप से खाने का सामान सस्ता होने से मुद्रास्फीति में कमी आई है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में 5.22 प्रतिशत और पिछले साल जनवरी में 5.1 प्रतिशत थी. बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य मुद्रास्फीति जनवरी में 6.02 प्रतिशत रही, जो दिसंबर में 8.39 प्रतिशत तथा एक वर्ष पूर्व इसी माह में 8.3 प्रतिशत थी. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को यह जिम्मेदारी दी गयी है कि खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत की घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर बनी रहे.
खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) उस दर को कहते हैं, जिससे रोजमर्रा के उपभोक्ता सामान और सेवाओं की कीमतों में वृद्धि होती है. इसे उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI – Consumer Price Index) के आधार पर मापा जाता है.
कैसे तय होती है खुदरा महंगाई दर?खुदरा महंगाई दर को मापने के लिए सरकार विभिन्न उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की एक तय टोकरी (Basket of Goods and Services) को आधार बनाती है. इसमें खाद्य पदार्थ, ईंधन, कपड़े, स्वास्थ्य, परिवहन और शिक्षा जैसी आवश्यक चीजें शामिल होती हैं. इन वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में होने वाले बदलावों को प्रतिशत में मापा जाता है, जिससे खुदरा महंगाई दर निकलती है.
खुदरा महंगाई दर का प्रभावजनता पर असर – महंगाई बढ़ने से रोजमर्रा की चीजें महंगी हो जाती हैं, जिससे आम आदमी की क्रय शक्ति (Purchasing Power) कम हो जाती है.ब्याज दरों पर असर – अगर महंगाई अधिक होती है, तो RBI (भारतीय रिज़र्व बैंक) ब्याज दरें बढ़ाकर इसे नियंत्रित करने की कोशिश करता है.बचत और निवेश पर असर – महंगाई बढ़ने से बचत की वास्तविक कीमत घट जाती है, जिससे लोगों को निवेश के नए तरीके अपनाने पड़ते हैं.
कैसे नियंत्रित की जाती है खुदरा महंगाई?RBI मौद्रिक नीति (Monetary Policy) के तहत रेपो रेट बदलकर महंगाई को नियंत्रित करता है.सरकार सब्सिडी और टैक्स में बदलाव करके कीमतों को स्थिर रखने की कोशिश करती है.आपूर्ति बढ़ाने के लिए उत्पादन और वितरण में सुधार किया जाता है.
(भाषा के इनपुट के साथ)
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :February 12, 2025, 16:51 ISThomebusinessCPI Inflation Data: महंगाई पर लगी लगाम, जनवरी में गिरकर 5% के नीचे पहुंची
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