न्यूक्लियर एनर्जी, डिफेंस और… ट्रंप से मुलाकात में क्या-क्या हो सकती है बात? PM मोदी यूं ही नहीं जा रहे अमेरिका

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Agency:News18Hindi

Last Updated:February 10, 2025, 10:06 IST

PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका यात्रा करेंगे, जहां व्यापार, रक्षा, परमाणु ऊर्जा और इंडो-पैसिफिक सहयोग पर चर्चा होगी. ट्रंप से भारत-अमेरिका संबंध मजबूत करने और व्यापार समझौते …और पढ़ें

पीएम मोदी अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं. (Reuters)

हाइलाइट्स

  • पीएम मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका यात्रा करेंगे
  • व्यापार, रक्षा, और न्यूक्लियर एनर्जी पर चर्चा हो सकती है
  • पीएम मोदी की ट्रंप और अमेरिकी बिजनेस लीडर्स से मुलाकात होगी

वॉशिंगटन: पीएम नरेंद्र मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका की यात्रा करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को अमेरिका आने का निमंत्रण दिया है. ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में यह उनकी पहली मुलाकात होगी. यात्रा से जुड़े एजेंडे में मजबूत भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का निर्माण करना शामिल है. पीएम मोदी की यात्रा के दौरान व्यापार, न्यूक्लियर एनर्जी, रक्षा, नई टेक्नोलॉजी, आतंकवाद से लड़ाई और इंडो पैसिफिक में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है. इसके अलावा व्यापार, अवैध प्रवासन और वीजा प्रक्रियाओं में देरी भी चर्चा का विषय हो सकती है.

भारत, ‘इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर पर भी ट्रंप से सहयोग की बात कह सकता है. ट्रंप ने भले ही हाई टैरिफ की धमकी दी है, लेकिन एक व्यापार समझौते की उम्मीद हो सकती है. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी की अमेरिकी बिजनेस लीडर्स और एलन मस्क के साथ भी बातचीत हो सकती है. इससे पहले जब ट्रंप राष्ट्रपति थे तब पीएम मोदी 2017 में अमेरिका गए थे. फरवरी 2020 में ट्रंप ने भारत की यात्रा की थी. नवंबर 2024 से दो बार पीएम मोदी और ट्रंप के बीच बातचीत हो चुकी है. ट्रंप प्रशासन के साथ भारत शुरू से ही जुड़ा है. डोनाल्ड ट्रंप के शपथ में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर पहुंचे थे.

भारत-अमेरिका के बीच संबंध

  1. द्विपक्षीय संबंध: भारत और अमेरिका ने 2005 में एक रणनीतिक साझेदारी शुरू की. फरवरी 2020 में ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों को व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया. पहले ट्रंप प्रशासन के दौरान इंडो-पैसिफिक क्षेत्र अमेरिकी विदेश नीति के लिए महत्वपूर्ण बना. भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर क्वाड का गठन किया. ट्रंप प्रशासन ने इसे मंत्री-स्तरीय वार्ता तक बढ़ाया.
  2. व्यापार और निवेश: अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. 2023 में द्विपक्षीय व्यापार 190 बिलियन डॉलर था. भारत का अमेरिका के साथ 36 बिलियन डॉलर का ट्रेड सरप्लस है. 2023-24 में अमेरिका भारत का तीसरा सबसे बड़ा FDI था, जिसके जरिए 5 बिलियन डॉलर का निवेश आया.
  3. एनर्जी पार्टनरशिप: टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका भारत का छठा सबसे बड़ा ऊर्जा व्यापारिक साझेदार है. 2023-24 में भारत-अमेरिका हाइड्रोकार्बन व्यापार $13.6 बिलियन था.
  4. एजुकेशन और सांस्कृतिक सहयोग: साल 2024 में भारत और अमेरिका के बीच पुरावशेषों की अवैध तस्करी को रोकने के लिए ‘सांस्कृतिक संपत्ति समझौता’ हुआ. साल 2016 में अमेरिका ने भारत को 578 पुरावशेष वापस किए थे.
  5. रक्षा सहयोग: भारत और अमेरिका के बीच बड़ा रक्षा सहयोग देखने को मिलता है. 2015 में भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग के लिए ‘नई रूपरेखा’ को 10 साल के लिए नवीनीकृत किया गया है. 2016 में रक्षा संबंधों को प्रमुख रक्षा साझेदारी का दर्जा दिया गया. भारत ने 2008 से अमेरिका से 20 बिलियन डॉलर से ज्यादा का रक्षा उपकरण खरीदे हैं, जिसमें C-130J, C-17 और Apache शामिल हैं.
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न्यूक्लियर एनर्जी, डिफेंस और… ट्रंप से मुलाकात में क्या-क्या हो सकती है बात?

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