Last Updated:February 08, 2025, 15:29 ISTGold Price Hike- सोने की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं, पिछले 42 दिनों में हर दिन 200 रुपये प्रति तोला महंगा हुआ है. MCX पर सोना ₹85,279 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है.2024 में वैश्विक सोने की मांग 1% बढ़कर 4,974.5 मीट्रिक टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई.नई दिल्ली. सोने की कीमतों जारी तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है. वायदा बाजार में सोना पिछले छह सप्ताह में प्रति दस ग्राम ₹8,350 महंगा हो गया है. यानी 42 दिनों में हर दिन सोने का भाव करीब 200 रुपये चढा है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना ₹85,279 प्रति 10 ग्राम का नया शिखर छू चुका है. इस दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने की कीमत रॉकेट बनी हुई है और यह 2,886 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गया. विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और भारतीय रुपये की कमजोरी की वजह से सोना सरपट दौड़ रहा है.
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में वैश्विक सोने की मांग 1% बढ़कर 4,974.5 मीट्रिक टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. इसमें निवेशकों की बढ़ी हुई रुचि और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी शामिल है. बाजार जानकारों का कहना है कि दीर्घकालिक दृष्टि से सोने की कीमतों में वृद्धि की संभावना बनी हुई है.
क्यों आया सोने में उछाल लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी प्रमुख अनुज गुप्ता के अनुसार, दिसंबर 2024 के अंतिम सप्ताह से सोने की कीमतों में तेजी शुरू हुई थी. यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं ने सोने को बढ़ावा दिया. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के साथ ही यह तेजी और मजबूत हो गई.
एसएस वेल्थस्ट्रीट की संस्थापक सुगंधा सचदेवा का कहना है कि ट्रंप प्रशासन द्वारा चीन पर 10% आयात शुल्क और कनाडा एवं मैक्सिको पर 25% आयात शुल्क लगाने की धमकी ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया. इससे अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध की चिंताओं में वृद्धि हुई, जिससे सोने की मांग बढ़ी.
भारतीय रुपये की कमजोरीघरेलू बाजार में भारतीय रुपये में गिरावट ने भी सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की. कमजोर रुपया आयातित वस्तुओं को महंगा बना देता है, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ता है. इसके अलावा मध्य पूर्व में बढ़ते तनावों ने भी सोने की कीमतों को प्रभावित किया है. गाजा पट्टी पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के रूप में सोने को प्राथमिकता दी.
केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौतीबैंक ऑफ इंग्लैंड, यूरोपीय सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ कनाडा और भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल के महीनों में ब्याज दरों में कटौती की है. इससे बॉन्ड यील्ड घटा है और निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर बढ़े हैं.
क्या अभी सोना खरीदना सही रहेगा?एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुज गुप्ता के अनुसार, अमेरिकी बेरोजगारी दर के कमजोर आंकड़े आर्थिक अनिश्चितता की ओर इशारा कर रहे हैं जिससे सोने की कीमतों को समर्थन मिल सकता है. एसएस वेल्थस्ट्रीट की संस्थापक सुगंधा सचदेवा का कहना है कि तकनीकी संकेतक बताते हैं कि सोने की कीमतों को ₹83,800 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर अच्छा सपोर्ट मिल रहा है. यदि यह स्तर टूटता है तो सोना ₹83,300 प्रति 10 ग्राम तक गिर सकता है. निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे संभावित सुधारों को ध्यान में रखते हुए सावधानीपूर्वक निवेश करें और प्रमुख समर्थन स्तरों पर नजर रखें.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :February 08, 2025, 15:29 ISThomebusinessGold Price : हर दिन 200 रुपये तोला महंगा हो रहा सोना, कहां जाकर ठहरेगा भाव
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