Princess of Saudi Arabia Yoga: इस्लाम के गढ़ सऊदी अरब की राजकुमारी मशाल बिंत फैसल अल सौद ने योग की दुनिया में एक नया इतिहास रचा है. राजकुमारी मशाल बिंत फैसल अल सौद इतिहास में पहली बार एशियाई योग खेल फेडरेशन के बोर्ड में एक सदस्य चुनी गई हैं.
राजकुमारी मशाल एशियाई योगासन खेल संघ में सऊदी अरब का प्रतिनिधित्व करेंगी. इसके अलावा वह महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी समिति की अध्यक्ष के तौर पर नेतृत्व करेंगी. योग को लेकर एक नया इतिहास रचने के बाद सऊदी योग समिति सहित कई भारतीयों ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राजकुमारी मशाल को ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं.
सऊदी अरब में योग की मच रही धूम
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की नीतियों के कारण देश में योग की धूम मची हुई है. सऊदी अरब के समाज में बहुत तेजी से बच्चों से लेकर बुजुर्ग समेत सभी स्थानीय लोग योग को अपनाकर इसका लाभ उठा रहे हैं.
We proudly welcome Her Highness Princess Mashael bint Faisal Al Saud as a Board Member of AYSF (Saudi Arabia) & President of the Women & Children’s Safeguarding Committee.
Her expertise in sports governance & athlete welfare will elevate Yoga in Asia. @Mishael_Faisal1 @yoga_ksa pic.twitter.com/PdN8xJLIfS— Asian Yogasan Sport Federation (AYSF) (@asianyogasana) January 11, 2025
The Saudi Yoga Committee extends its heartfelt congratulations to Her Highness Princess Mashael bint Faisal Al Saud on her appointment as a Board Member of the Asian Yogasana Sports Federation (AYSF), representing Saudi Arabia, and as the President of the Women & Children’s… pic.twitter.com/V9uM0nuLU0
— اللجنة السعودية لليوغا|Saudi Yoga Committee (@yoga_ksa) January 12, 2025
उल्लेखनीय है कि इस्लाम का गढ़ कहा जाने वाला देश सऊदी अरब जहां पूरी तरह से योगमय होता जा रहा है, वहीं मालदीव, मलेशिया और पाकिस्तान जैसे देशों में कई कट्टरपंथी योग को गैर-इस्लामिक मानते हैं. वहीं, मालदीव में योग को लेकर हिंसक विरोध भी हो चुका है.
सऊदी सरकार दे रही बढ़ावा, विजन 2030 का हिस्सा बना योग
सऊदी अरब की सरकार देश में योग को बढ़ावा दे रही है. सऊदी सरकार की मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय और सऊदी योगा समिति ने एक समझौता किया है. वहीं, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘विजन 2030’ का हिस्सा है. विजन 2030 सऊदी की अर्थव्यवस्था के स्रोत को तेल से हटाकर पर्यटन और तकनीक के जरिए बनाने की परियोजना है. इसमें योग के जरिए सऊदी में संतुलित कार्यस्थल बनाया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी राजकुमारी मशाल के पास है.
सऊदी में योगक्रांति लाने वाली पद्मश्री से सम्मानित
सऊदी अरब में योग की क्रांति लाने के पीछे नोउफ अलमारवाई का हाथ है. नोउफ सउदी की पहली सर्टिफाइड योग प्रशिक्षक हैं. जिन्हें भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री से सम्मानित किया था. बता दें कि नोउफ बचपन से ही ऑटो इम्यून डिजिज से पीड़ित थीं लेकिन उन्होंने नियमित योग की सहायता से इसे मात दे दी. उन्होंने सऊदी में योग को कानूनी मान्यता दिलवाने में काफी अहम भूमिका निभाई है.
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