जयपुर के नाम से लेबनान में हुए ब्लास्ट का पुराना Video वायरल

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नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज). राजस्‍थान की राजधानी जयपुर में जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 20 दिसंबर को एलपीजी गैस टैंकर और कंटेनर में हुई टक्कर के बाद विस्फोट में 14 लोगों की मौत हो गई. सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो वायरल हुए. अब कुछ असंबंधित वीडियो और तस्‍वीर को जयपुर की घटना का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है. 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेबनान का 2020 का पाया है. इसका हालिया जयपुर हादसे से कोई लेना-देना नहीं है. इसी तरह जयपुर के नाम पर वायरल तस्‍वीर नाइजीरिया की साबित हुई. 

क्‍या हो रहा वायरल?

फेसबुक यूजर ‘babai_ix07’ ने 21 दिसंबर 2024 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए जयपुर का बताते हुए इसे शेयर किया.

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें.

इसी कड़ी में एक तस्वीर भी वायरल हो रही है जिसमें एक जलते हुए ऑइल टैंकर को देखा जा सकता है. इस तस्वीर को भी जयपुर का बताते हुए शेयर किया जा रहा है. 

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पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो की जांच की. 

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने गूगल लेंस के जरिये वायरल वीडियो को तलाश की. हमें यह वीडियो एनबीसी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर 5 अगस्त 2020 को अपलोड मिला. वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था: अनुवादित: “लेबनान में भीषण विस्फोट में दर्जनों लोग मारे गए, हजारों घायल हुए.”

हमें यह पूरा वीडियो ग्लोबल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी 8 अगस्त 2020 को अपलोड मिला. वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा था,  अनुवादित: “लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भीषण विस्फोट के क्षण को एक दुकान के मालिक ने हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे में कैद कर लिया, जो विस्फोट के समय रिकॉर्डिंग कर रहा था. इस विस्फोट में 137 से अधिक लोग मारे गए और हजारों घायल हो गए. वीडियो में बेरूत के बंदरगाह से धुआं  उठता हुआ दिखाई दे रहा है और माना जा रहा है कि आतिशबाजी में छोटी-छोटी चिंगारियां दिखाई दे रही हैं, जो आग लगने के कारण लगी थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतिशबाजी का भंडारण उसी गोदाम में किया गया था, जहां पहले 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट रखा गया था. रिकॉर्डिंग के कई सेकंड के बाद, एक बड़ा विस्फोट बाहर की ओर होता है, जो फिर बाहर की ओर बढ़ता है जहां दुकान का मालिक होता है, जिसके परिणामस्वरूप होने वाली शॉकवेव इस प्रक्रिया में कई इमारतों को प्रभावित करती है.”

इसके बाद हमने जलते टैंकर की वायरल तस्वीर को जांचा. तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें अलामी की इमेज लाइब्रेरी वेबसाइट पर यह तस्वीर मिली. इस तस्वीर के विवरण में बताया गया कि यह नाइजीरिया के ओगुन राज्य में 2 दिसंबर 2020 को लागोस-इबादान एक्सप्रेसवे पर पेट्रोल से भरे एक टैंकर में आग लगने के दौरान ली गई थी. जांच के दौरान हमें नाइजीरियाई न्यूज वेबसाइट पर 2 दिसंबर 2020 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जो इस घटना से जुड़ी थी.

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हमने इस विषय में राजस्थान में दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया. उन्होंने कन्फर्म किया कि वीडियो और तस्वीर जयपुर हादसे के नहीं हैं. जयपुर में हुए LPG गैस से भरे टैंकर में ब्लास्ट के बारे में अधिक जानकारी इन खबरों में पढ़ी जा सकती है. फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले इंस्टाग्राम यूजर babai_ix07 की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर ‘के लगभग 2 हजार फॉलोअर्स हैं.

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो लेबनान का है और तस्वीर नाइजीरिया की. इनका हालिया जयपुर घटना से कोई लेना-देना नहीं है.

[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले Vishvas News पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]

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