हेलो… जल्दी होस्टल आ जाओ, नहीं तो डोनाल्ड ट्रंप आ जाएगा, अमेरिकी यूनिवर्सिटी क्यों कर रहे ऐसा कॉल

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अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संभावित नीतियों को लेकर हर कोई भयभीत दिख रहा है. उन्होंने सत्ता संभालने से पहले ही संकेत दे दिए हैं कि वह कई चीजों को लेकर बेहद कड़ा रुख अपना सकते हैं. इसमें चीन के साथ रिश्तों, यूक्रेन-रूस युद्ध में अमेरिका की भूमिका, घरेलू स्तर पर ब्यूरोक्रेसी पर नकेल कसने जैसी कई चीजें हैं जिनको लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

लेकिन, इन सभी चीजों के बीच अमेरिका की आव्रजन नीति और अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के बेहद कड़ा फैसले लेने की संभावना है. जनवरी माह में वह राष्ट्रपति का पद संभाल लेंगे. ऐसे में उनकी संभावित कड़ी नीतियों की वजह से वहां शैक्षणिक संस्थान भी भयभीत दिख रहे हैं.

देश से निकाले जाने का डर
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी शैक्षणिक संस्थान और यूनिवर्सिटी अपने विदेशी छात्रों और स्टाफ को फोन कर तुरंत अमेरिका लौटने को कह रहे हैं. इसमें कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद बड़ी संख्या में लोग अमेरिका से निकाले जा सकते हैं. ये वैसे लोग होंगे जिनके पास अमेरिका में रहने के वैध कागजात नहीं है या जिनके कागजात कंप्लीट नहीं हैं.

बीबीसी ने यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो डेनवर के प्रोफेसर क्लो ईस्ट के हवाले से लिखा है कि सभी अंतरराष्ट्रीय छात्र भयभीत हैं. उन्होंने कहा कि ट्रंप और उनकी पार्टी ने कहा है कि वह इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन ड्राइव चलाएगी. इसमें जरूरी हुआ तो अमेरिका सेना से भी सहायता ली जाएगी.

रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के उच्च शैक्षणिक संस्थाओं में चार लाख से अधिक बच्चे ऐसे हैं जिनके दस्तावेज पूरे नहीं हैं. ट्रंप सरकार में बोर्डर जार टॉम हॉमन का कहना है कि सबसे पहले अपराधियों और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक लोगों को सबसे पहले देश से बाहर किया जाएगा. प्रोफेसर ईस्ट ने कहा कि ट्रंप सरकार की संभावित नीतियों से बच्चे काफी भयभीत हैं. वे अपनी वीजा को लेकर चिंतित हैं. वे इस बात को लेकर भी डरे हुए हैं कि क्या वे अपनी आगे की पढ़ाई पूरा कर पाएंगे या नहीं.

बीते महीने ही यूनिवर्सिटी ऑफ मेस्साच्यूसेट्स ने अपने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक ट्रेवल एडवायजरी जारी किया है. इसमें विंटर ब्रेक में अपने गृह देश गए छात्रों और स्टाफ से कहा गया है कि वह कोशिश करें कि 20 जनवरी से पहले अमेरिका लौट जाएं. 20 जनवरी को ही ट्रंप नई सरकार की कमान संभालेंगे.

Tags: America News, Donald Trump

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