नई दिल्ली. भारतीय ऑनलाइन फूड डिलीवरी उद्योग में स्विगी और जोमाटो के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा जारी है. हाल ही में स्विगी ने अपने आईपीओ के साथ शानदार शुरुआत की, जो विश्लेषकों की अपेक्षाओं से बेहतर रही. दूसरी ओर, जोमाटो ने अपनी मजबूत स्थिति और मार्केट शेयर के साथ अपनी पकड़ को और मजबूत कर लिया है. 2015-2018 के बीच भारतीय फूड डिलीवरी बाजारमें जोमाटो, स्विगी, फासोस, फूडपांडा और उबर ईट्स जैसे कई खिलाड़ी थे. लेकिन इस प्रतिस्पर्धा के बाद अब यह उद्योग जोमाटो और स्विगी के बीच डुओपोली बन गया है. जोमाटो का मार्केट शेयर 56-57% है, जबकि स्विगी का 40% है.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, जोमाटो ने 2022-24 के बीच अपनी एफिशिएंसी में सुधार किया और लो-यूजर सिटीज से ऑपरेशन्स वापस ले लिए. इससे जोमाटो की मासिक ऑर्डर फ्रीक्वेंसी (MoF) और औसत ऑर्डर वैल्यू (AoV) में सुधार हुआ. वहीं, स्विगी अब भी इन प्रमुख परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स (KPIs) में जोमाटो से 4-6 तिमाही पीछे है.
हालांकि, FY24-27 के बीच, स्विगी जोमाटो की रणनीतियों को अपनाते हुए एफिशिएंसी पर ध्यान केंद्रित कर सकता है. Q1FY25 में, स्विगी ने फिक्स्ड कॉस्ट अब्सॉर्पशन में सुधार किया है, लेकिन इसका ग्रोथ रेट कम रहा है.
क्विक कॉमर्स व्यवसाय में मुकाबलास्विगी ने 2020 में क्विक कॉमर्स की शुरुआत की, लेकिन अब इस क्षेत्र में जोमाटो का ब्लिंक-इट (पूर्व में ग्रोफर्स) और ज़ेप्टो हावी हैं. ब्लिंक-इट के दिल्ली-एनसीआर में मजबूत नेटवर्क और हाई GoV (ग्रोस ऑर्डर वैल्यू) ने जोमाटो को फायदा पहुंचाया है. स्विगी और ज़ेप्टो ने अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस को इन-हाउस विकसित किया है, जबकि जोमाटो ने ग्रोफर्स का अधिग्रहण करके अपनी स्थिति को मजबूत किया.
फूड डिलीवरी व्यवसाय में प्रदर्शनएचडीएफसी सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, जोमाटो ने 2022-24 के बीच अपनी एफिशिएंसी में सुधार किया और लो-यूजर सिटीज़ से ऑपरेशन्स वापस ले लिए. इससे जोमाटो की मासिक ऑर्डर फ्रीक्वेंसी (MoF) और औसत ऑर्डर वैल्यू (AoV) में सुधार हुआ. वहीं, स्विगी अब भी इन प्रमुख परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स (KPIs) में जोमाटो से 4-6 तिमाही पीछे है. हालांकि, FY24-27 के बीच, स्विगी जोमाटो की रणनीतियों को अपनाते हुए एफिशिएंसी पर ध्यान केंद्रित कर सकता है. Q1FY25 में, स्विगी ने फिक्स्ड कॉस्ट अब्सॉर्पशन में सुधार किया है, लेकिन इसका ग्रोथ रेट कम रहा है.
स्विगीस्विगी एक कंज्यूमर-फर्स्ट तकनीकी प्लेटफॉर्म है जो फूड डिलीवरी, ग्रॉसरी, हाइपरलोकल डिलीवरी (जिनी के माध्यम से), रेस्टोरेंट रिजर्वेशन (डाइनआउट), और ईवेंट बुकिंग (स्टेपिनआउट) जैसी सेवाएं प्रदान करता है. स्विगी ने 2014 में फूड डिलीवरी और 2020 में क्विक कॉमर्स की शुरुआत की थी.
जोमाटोजोमाटो फूड डिलीवरी और रेस्टोरेंट डिस्कवरी प्लेटफॉर्म है. इसके प्रमुख फीचर्स में हाइपरप्योर बिजनेस, जोमाटो गोल्ड मेंबरशिप और ब्लिंक-इट (क्विक कॉमर्स) शामिल हैं.ब्लिंक-इट के माध्यम से 10 मिनट में ग्रॉसरी और अन्य उत्पादों की डिलीवरी का वादा जोमाटो को इस क्षेत्र में बढ़त दिलाता है.
भविष्य की संभावनाएंएचडीएफसी सिक्योरिटीज ने स्विगी की वैल्यू को SOTP (सम-ऑफ-द-पार्ट्स) आधार पर FY27 तक सेल्स को 4 गुना आंका है. जोमाटो के लिए, एक्सिस सिक्योरिटीज ने ₹280 प्रति शेयर का लक्ष्य रखा है और इसे “खरीदने” की सिफारिश दी है.
Tags: Business news, Share marketFIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 20:01 IST
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