US President Election 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो चुकी है. अब सबकी नजर अगले राष्ट्रपति पर है. भारत में एक सवाल उठ रहा है कि कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप में कौन इंडिया के लिए बेहतर राष्ट्रपति साबित होंगे? दरअसल, भारत और अमेरिका के मौजूदा संबंधों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि दोनों देशों के रिश्ते अब काफी आगे बढ़ चुके हैं. ये काफी मजबूत स्थिति में हैं. दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्ते की बुनियादा पीपुल टू पीपुल कनेक्ट है. आज बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग अमेरिका में रहते हैं. इतना ही नहीं ये भारतीय मूल के लोग वहां की राजनीति को भी प्रभावित करने लगे हैं. इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में दोनों पक्षों ने भारतीय मूल के मतदाताओं को लुभाने की भरपूर कोशिश की.
यह संयोग है कि इस बार के चुनाव डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस खुद भारतीय मूल की हैं. उनकी मां भारत से थीं. वहीं दूसरे उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप के रनन मेट यानी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वांस की पत्नी ऊषा वांस आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखती हैं. हालांकि, इस पीपुल टू पीपुल कनेक्ट से आगे भारत के साथ रिश्तों को लेकर दोनों राष्ट्रपति उम्मीदवारों के काम करने का तरीका थोड़ा अलग है.
चीन से खतरा और भारत-अमेरिका रिश्ते
मौजूद वक्त में भारत और अमेरिका के रिश्ते में एक बड़ा फैक्टर चीन है. अमेरिका अब चीन को अपने लिए खतरा मानता है. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में चीन को लेकर आक्रामक नीति अपनाई थी. उन्होंने चीन के अमेरिका के इतिहास में अपने लिए रणनीतिक खतरा बताया था. ऐसे में चीन से मिल रही अमेरिकी चुनौती को देखते हुए उसके लिए भारत के साथ रिश्तों की अहमियत बढ़ जाती है. ऐसे में माना जा रहा है कि अगर ट्रंप को जीत मिलती है तो वह चीन को लेकर फिर से अपनी नीति को कड़ा रखेंगे. चीन के प्रति कड़ा रुख के बीच ट्रंप के कार्यकाल में ही उसे काउंटर करने के लिए 2017 क्वाड का गठन किया गया था. क्वाड ऑस्ट्रेलिया, जापान, भारत और अमेरिका का एक गठजोर है.
अगर कमला हैरिस की जीत होती होती हो इसकी पूरी संभावना है कि वह मौजूदा जो बाइडन सरकार की नीतियों को आगे बढ़ाएंगी. वह जो बाइडन सरकार में खुद उपराष्ट्रपति हैं. चीन को लेकर जो बाइडन भी चिंतित रहते हैं लेकिन वह डोनाल्ड ट्रंप के स्तर तक नहीं जाते. हालांकि 2020 में राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन ने क्वाड की नीति को आगे बढ़ाया. उन्होंने क्वाड को चारों देशों के नेताओं के स्तर पर बढ़ाया.
आव्रजन
अमेरिकी चुनाव में अवैध आव्रजन एक बड़ा मसला है. इस मामले पर ट्रंप की नीति काफी सख्त रही है. वह अवैध आव्रजन को खत्म करने की बात करते हैं. हालांकि कमला हैरिस भी अपने चुनावी अभियान में अवैध आव्रजन के खिलाफ खूब बोल रही थीं. इस वक्त भारत से भी ठीक ठाक लोग अवैध रूप से अमेरिका जा रहे हैं. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक साल में अमेरिका ने वहां अवैध रूप से रह रहे करीब 1100 भारतीय को भारत भेज दिया.
टैरिफ
ट्रंप की जीत से भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में टैरिफ के मुद्दे पर विवाद बढ़ सकता. डोनाल्ड ट्रंप अपने बीते कार्यकाल में खुलेआम भारत से कहा था कि वह अमेरिकी चीजों पर भारती आयात शुल्क लगाता है जिससे अमेरिका से भारत को निर्यात कम होता है. उन्होंने हर्ले डेविडसन बाइक का जिक्र किया था. माना जा रहा है कि अगर ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं तो वह अमेरिका फर्स्ट की नीति फिर से अपनाएंगे. वह अमेरिकी चीजों पर ज्यादा आयात शुल्क लगाने वाले देशों को दंडित करने की बात करते हैं. हालांकि, इस अमेरिकी कदम का मुख्य मकसद चीन है. चीन अमेरिकी से आयात को नियंत्रित करने के लिए ऐसा करता है. जबकि चीन से अमेरिकी को निर्यात भारी मात्रा में होता है.
मानवाधिकार
दोनों देशों के बीच सबसे ज्वलंत मसला मानवाधिकार है. अमेरिका दुनिया में मानवाधिकार और लोकतंत्र का ठेकेदार बना रहता है. इस मसले पर दोनों राष्ट्रपति उम्मीदवारों की राय थोड़ी अलग है. डोनाल्ड ट्रंप मानवाधिकार पर बहुत मुखर नहीं रहते हैं. जब वह राष्ट्रपति थे तब भारत ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद खत्म किया था. उस वक्त डोनाल्ट ट्रंप का बयान काफी संयमित था. दूसरी तरफ कमला हैरिस और उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी लोकतंत्र और मानवाधिकार पर दुनिया के देशों और नेताओं को नसीहत देते रहते हैं.
Tags: Donald Trump, Kamala Harris, US Presidential Election 2024
FIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 06:04 IST
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