बांग्लादेश की जातीय पार्टी (Jatiya Party) के महासचिव शमीम हैदर पटवारी ने भारत-बांग्लादेश संबंधों को लेकर अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर शेख हसीना कभी भारत में शरण लेती हैं तो उसे अवैध नहीं माना जाना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों देशों को परस्पर सम्मान और समझदारी के साथ रिश्तों को संभालना चाहिए.
पटवारी ने कहा, “अगर कोई व्यक्ति जान बचाने के लिए किसी देश में शरण लेता है तो वह गैरकानूनी नहीं है. भारत ही आज की स्थिति में हमारा एकमात्र सक्रिय पड़ोसी है क्योंकि म्यांमार गृहयुद्ध से जूझ रहा है.” उन्होंने बताया कि भारत और बांग्लादेश के बीच 3,000 किमी लंबी सीमा है और हर साल दस लाख से अधिक बांग्लादेशी नागरिक इलाज के लिए भारत जाते हैं.
उन्होंने आगे कहा, “हम आवश्यक वस्तुओं और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भारत पर निर्भर हैं. इसी तरह भारत भी बांग्लादेश की स्थिरता पर निर्भर है, खासकर पूर्वोत्तर राज्यों की सुरक्षा के संदर्भ में.”
भारत-बांग्लादेश के रिश्ते पर क्या बोले पटवारी?
पटवारी ने यह भी कहा कि शेख हसीना सरकार के खिलाफ हालिया जनविरोध के बीच कुछ गुटों ने भारत विरोधी नारे लगाए और पूर्वोत्तर भारत को लेकर विवादित बातें कीं. उन्होंने कहा, “ऐसे बयानों से दोनों देशों के रिश्तों में अनावश्यक तनाव आता है. हमें एक-दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए,”
‘हमें मिलकर काम करना होगा’, बोले पटवारी
जातीय पार्टी के नेता ने कहा कि उनकी पार्टी भारत के साथ परस्पर सम्मान पर आधारित संबंध चाहती है. उन्होंने कहा, “हम पड़ोसी हैं, हमें मिलकर काम करना होगा. सुरक्षा, संप्रभुता और शांति, इन तीनों क्षेत्रों में सहयोग जरूरी है.” पाटवारी ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी भारत के साथ सम्मानजनक और सहयोगपूर्ण संबंधों की पक्षधर है. उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में दोनों देश अपने मतभेदों को बातचीत से सुलझाकर आगे बढ़ेंगे.
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