iPhone Export: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एपल के CEO टिम कुक से कहा है कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है. वह चाहते हैं कि एपल के प्रोडक्ट अमेरिका में बनाए जाएं. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है. लेकिन हाल ही में एक ऐसा डेटा सामने आया है, जिसे देखकर आपको विश्वास नहीं होगा.
साल 2025 के पहली छमाही(H12024) में भारत से iPhone का एक्सपोर्ट 53 प्रतिशत बढ़ गया है. कैनालिस के डेटा के मुताबिक, इस साल जनवरी से जून के बीच भारत से करीब 23.9 मिलियन यूनिट्स iPhone एक्सपोर्ट किए गए. पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 15.6 मिलियन यूनिट्स था.
यह Apple की तरफ से भारत से अब तक का सबसे तेज एक्सपोर्ट ग्रोथ है. इस तेज बढ़त को देखने से ये साफ हो रहा है कि भारत अब Apple की ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट स्ट्रैटेजी में एक अहम रोल निभा रहा है.
इन देशों की हिस्सेदारी घटी
साल 2025 की पहली छमाही में अमेरिका भारत से एक्सपोर्ट किए गए iPhone का सबसे बड़ा मार्केट बनकर उभरा है. इस दौरान कुल iPhone एक्सपोर्ट का 78 प्रतिशत हिस्सा अकेले अमेरिका को भेजा गया है. भारत के मुकाबले नीदरलैंड, यूएई, चेक रिपब्लिक, यूके और जापान जैसे बाकी बड़े मार्केट की हिस्सेदारी घटकर इस साल 2 से 4 प्रतिशत के बीच रही.
कैनालिस ओमडिया के प्रिंसिपल एनालिस्ट संयम चौरसिया ने बताया कि फॉक्सकॉन ने भारत से कुल एक्सपोर्ट में आधे से ज्यादा हिस्सेदारी के साथ बढ़त बनाई है, जबकि टाटा ग्रुप अब भारत से एक्सपोर्ट किए गए लगभग 40 प्रतिशत iPhones बना रहा है. यह बदलाव भारत में बेहतर प्रोडक्शन क्वालिटी, मैन्युफैक्चरिंग लाइन में आगे बढ़ने और Apple के भारत को एक मजबूत मैन्युफैक्चरिंग बेस मानने के भरोसे को दिखाता है.
iPhone 17 सीरीज का ट्रायल प्रोडक्शन हुआ शुरू
सबसे अहम बात ये है कि भारत में अब iPhone 17 की प्रोडक्शन टेस्टिंग की शुरुआत हो चुकी है. मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फॉक्सकॉन ने भारत में iPhone 17 सीरीज का ट्रायल प्रोडक्शन शुरू कर दिया है. इसमें टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स भी शामिल है, जो आने वाले iPhone मॉडल्स के लिए केसिंग जैसे अहम कंपोनेंट्स बना रही है.
हाल ही में फॉक्सकॉन द्वारा भारत से अपने कुछ कर्मचारियों को वापस बुलाने और टैरिफ को लेकर जारी अटकलों के बीच, iPhone 17 के ट्रायल प्रोडक्शन की खबर भारत के लिए एक पॉजिटिव संकेत मानी जा रही है. IDC इंडिया के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट नवकेंद्र सिंह ने कहा कि यह दिखाता है कि भारत, एप्पल की सप्लाई चेन रणनीति में एक अहम भूमिका निभा सकता है.
एप्पल यह सुनिश्चित करना चाहता है कि भारत उसकी वैल्यू चेन में बड़ी हिस्सेदारी निभाए और भविष्य में उसके हार्डवेयर प्रोडक्ट्स का एक बड़ा मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट हब बने.
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एनिलिस्ट ने दी ये जानकारी
कनालिस के प्रिंसिपल एनालिस्ट संयम चौरसिया ने कहा कि आने वाले समय में भारत और चीन एक साथ iPhone असेंबल कर सकते हैं, जिससे भारत की प्रोडक्शन टाइमलाइन ग्लोबल लॉन्च के साथ मेल खाएगी. उन्होंने कहा कि तकनीकी, ऑपरेशनल और जियोपॉलिटिकल नजरिए से भारत की परीक्षा हो रही है कि क्या वह एप्पल की कोर मैन्युफैक्चरिंग जिम्मेदारी संभाल सकता है. अगर iPhone 17 का प्रोडक्शन स्मूथ रहता है, तो भारत सिर्फ बैकअप नहीं बल्कि एप्पल के लिए एक ग्लोबल लॉन्च इंजन बन सकता है.
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