Last Updated:July 05, 2025, 07:34 ISTDelhi-Meerut Expressway : कांवड़ यात्रा के चलते दिल्ली-मेरइ एक्सप्रेसवे पांच दिन बंद रहेगा. भारी वाहनों की एंट्री तो 11 जुलाई से 12 दिनों के लिए बैन हो जाएगी. इस दौरान एक्सप्रेसवे पर केवल कांवड़ यात्री ही चल स…और पढ़ेंदिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे बंद होने से आम यात्रियों को काफी तकलीफ होगी. हाइलाइट्सदिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे 19-23 जुलाई तक बंद रहेगा.भारी वाहनों की एंट्री 11 जुलाई से 12 दिनों के लिए बैन.NH-9 आम यातायात के लिए खुला रहेगा.नई दिल्ली. कांवड़ यात्रा के मद्देनजर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) को 19 जुलाई से 23 जुलाई (शिवरात्रि) तक आम यातायात के लिए पूरी तरह से बंद रहेगा. गाजियाबाद प्रशासन द्वारा जारी आदेशों के अनुसार, मेरठ के काशी टोल प्लाजा से लेकर गाजियाबाद के यूपी गेट तक कुल 56 किलोमीटर के हिस्से पर यह पाबंदी लागू रहेगी. इस रूट पर भारी वाहनों का प्रवेश 11 जुलाई से ही प्रतिबंधित कर दिया जाएगा, जबकि 19 जुलाई से कारों और अन्य हल्के वाहनों पर भी रोक लगा दी जाएगी. दिल्ली को मेरठ, नोएडा और उससे आगे के क्षेत्रों से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेसवे के बंद होने से लोगों को काफी परेशानी होगी. एक्सप्रेसवे के समानांतर चलने वाला NH-9 आम यातायात के लिए खुला रहेगा, लेकिन इस पर यातायात का बोझ बढ़ने की आशंका है.
प्रशासन का यह फैसला हर साल आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए लिया गया है. इस दौरान एक्सप्रेसवे पर केवल कांवड़ यात्री ही चल सकेंगे, जबकि आम यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों से गुजरना होगा. ट्रैफिक पुलिस के एसीपी जियाउद्दीन अहमद ने जानकारी दी कि आम लोगों की सुविधा के लिए वैकल्पिक मार्ग तय कर दिए गए हैं.
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ये होंगे वैकल्पिक मार्ग
मेरठ से गाजियाबाद आने वाले हल्के वाहन हापुड़ होते हुए NH-9 का रास्ता अपनाएंगे. इसी तरह, गाजीपुर की ओर से आने वाले भारी वाहनों को डासना और फिर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) के जरिए मेरठ की ओर भेजा जाएगा. पिछले वर्षों में भी कांवड़ यात्रा के दौरान इसी तरह की बंदियों और डायवर्जन के कारण आम यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. वर्ष 2023 में भी एक अस्थायी डायवर्जन के कारण NH-9 पर हजारों वाहन कई घंटों तक फंसे रहे थे. अधिकांश वाहनों को DND फ्लाईवे, नोएडा एक्सप्रेसवे और EPE की ओर मोड़ा गया था, जिससे लंबे ट्रैफिक जाम लगे थे.
यात्रा के दौरान ट्रैफिक को सुचारु बनाए रखने के लिए पुलिस ने गाजियाबाद के लिए विस्तृत योजना तैयार की है. बागपत की ओर से दिल्ली की तरफ जाने वाले वाहन ट्रॉनिका सिटी और सोनिया विहार के रास्ते भेजे जाएंगे. लोनी बॉर्डर पर ही भारी वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं, हापुड़ और बुलंदशहर की ओर से गाजियाबाद आने वाले वाहनों को डासना ब्रिज से ही डायवर्ट कर दिया जाएगा.
इन तीन मार्गों पर होती है श्रद्धालुओं की भारी भीड़
कांवड़ यात्रा में हर साल लाखों श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लाकर अपने-अपने शिवालयों में अर्पित करते हैं. गाजियाबाद जिले से होकर गुजरने वाले तीन प्रमुख मार्गों पर कांवड़ यात्री यात्रा करते हैं. पैदल यात्रियों के लिए लोनी बॉर्डर से निवाड़ी तक की पाइपलाइन रोड प्रमुख मार्ग है, जबकि तेज गति से यात्रा करने वाले डाक कांवड़िए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा NH-34 यानी जीटी रोड भी एक लोकप्रिय रूट है.Location :New Delhi,New Delhi,DelhihomebusinessDME Traffic Update : 5 दिन बंद रहेगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे
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