प्रशासनिक सुधार विभाग ने प्रभारी सचिवों की सूची में बदलाव के आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर 11 जिलों के प्रभारी सचिव बदले गए हैं, जबकि 38 जिलों के प्रभारी सचिव यथावत ही रखे गए हैं। करीब डेढ़ साल बाद प्रभारी सचिवों की सूची में यह बदलाव किया गया है। इससे पहले फरवरी 2024 में प्रभारी सचिवों की सूची जारी हुई थी।
इन 11 जिलों के प्रभारी सचिव बदले
सरकार ने जिन 11 जिलों के प्रभारी सचिव बदले हैं, उनमें चूरू, अलवर, ब्यावर, सलूंबर, फलौदी, सवाई माधोपुर, बारां, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, करौली और बालोतरा शामिल हैं।
चूरू- पर्यटन आयुक्त रुक्मणी रियार
अलवर- प्रमुख सचिव, ऊर्जा विभाग, अजिताभ शर्मा
ब्यावर- आजीविका परियोजनाओं की स्टेट एमडी नेहा गिरी
सलूंबर- आरयूवी एंड आईटी सर्विसेज लिमिटेड के एमडी ओमप्रकाश कसेरा
फलौदी- उद्योग आयुक्त रोहित गुप्ता
सवाई माधोपुर- यूडीएच प्रमुख सचिव डॉ. देवाशीष प्रष्टि
बारां- राजफैड एमडी, टीकमचंद बोहरा
राजसमंद- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अध्यक्ष, डॉ. रवि कुमार सुरपुर
चित्तौड़गढ़- उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता
करौली- समग्र शिक्षा अभियान की स्टेट मिशन निदेशक अनुपमा जोरवाल
बालोतरा- स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी के सीईओ हरजीलाल अटल बदले गए प्रभारी सचिवों में शामिल हैं।
ये भी पढ़ें: Chittorgarh News: छह चरण में सांवलिया सेठ के भंडार की गणना पूरी, 29 करोड़ रुपये और सोने-चांदी का चढ़ावा आया
इस बदलाव के बाद 11 आईएएस अधिकारी जिलों के प्रभार से मुक्त हो गए। हालांकि इनमें वे अधिकारी भी शामिल हैं, जो हाल में प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए हैं। इसलिए इनके प्रभार वाले जिले खाली चल रहे थे। इनके अलावा सरकार आमतौर पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) और वित्त विभाग के प्रमुख सचिव जैसे जिम्मेदार पदों पर बैठे अफसरों को जिला प्रभार नहीं देती, उनके पास पहले से ही कार्यभार अधिक होता है। इसलिए एसीएस होम भास्कर ए. सावंत को चूरू के प्रभारी सचिव व वित्त विभाग के प्रमुख सचिव वैभव गालरिया को अलवर के प्रभार से मुक्त किया गया।