शरीर का वजन सीधा हमारी हेल्थ को इंडिकेट करता है. वजन का बढ़ना कई हेल्थ प्राॅब्लम का रिस्क पैदा करता है. वहीं इसका कम होना और भी चिंताजनक साबित होता है. अचानक से अगर वजन गिरने लगे तो ये कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का भी संकेत हो सकता है. वजन कम होने पर कब सतर्क हो जाना चाहिए, आइए इस बारे में जानते हैं…
कब हो जाना चाहिए सतर्क?
बिना कुछ किए ही वजन कम होना शरीर में गंभीर बीमारी की ओर इशारा करता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो छह से 12 महीनों के अंदर पांच परसेंट से अधिक वजन कम होता है तो ये हेल्थ को लेकर एक रेड फ्लैग है. एक स्टडी के अनुसार इस तरह का वजन कम होना अक्सर कैंसर के शुरुआती लक्षणों से पहले दिखाई देता है. इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. इस बारे में डाॅक्टर से कंसल्ट करना चाहिए.
कैंसर में क्यों घटता है वजन?
कैंसर से शरीर का मेटाबाॅलिज्म बिगड़ जाता है, जिसे ‘कैंसर कैचेक्सिया’ कहा जाता है. इस स्थिति में बाॅडी फैट और मसल्स को ब्रेकडाउन करना शुरू कर देती है. जिससे शरीर का वजन कम होने लगता है. कमजोरी महसूस होने लगती है. सामान्य डाइट लेने के दाैरान भी स्थिति बिगड़ती जाती है. एक स्टडी के अनुसार कैंसर से पीड़ित 40 परसेंट मरीजों में बिना किसी कारण के वजन कम होना एक लक्षण पाया गया. ये स्थिति खासताैर पर पैन्कि्रयाज, पेट, फेफड़े और अन्नप्रणाली के कैंसर में देखने को मिलती है.
भूख पर भी पड़ता है असर
अगर बिना किसी वजह खाना खाने का मन न करे, भूख लगना कम हो जाए तो इसे भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. कैंसर शरीर में फूड प्रोसेस्ड करने के तरीके को प्रभावित कर सकता है. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, पेट, पैन्कि्रयाज, आंतों के कैंसर में ये दिक्कत देखने को मिल सकती है. जिससे लोग अंजाने में खाना कम कर देते हैं. हार्मोन से संबंधित कैंसर जैसे कि कुछ प्रकार के ल्यूकेमिया या लिम्फोमा शरीर में व्यापक सूजन भी पैदा कर सकते हैं. यह सूजन बाॅडी में मेटाबाॅलिज्म को तेज कर सकती है और भूख को दबा सकती है. जिससे शरीर का वजन कम होने लगता है. शुरुआत में व्यक्ति इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देता है.
ऐसी कंडीशन कितनी खतरनाक?
एक स्टडी के अनुसार ब्लड कैंसर के मरीजों में अक्सर काफी पहले से वजन कम होने की स्थिति देखी गई. हालांकि वजन कम होने के दाैरान उनमें किसी भी तरह के दर्द या फिर कोई अन्य लक्षण नजर नहीं आए. ऐसे में वजन कम होना कैंसर के कुछ शुरुआती संकेतों में से एक बन जाता है. कई स्टडीज में सामने आया कि वजन कम होने के साथ थकान, कम भूख या लगातार बेचैनी जैसे अन्य लक्षण दिखाई देते हैं, तो ये कैंसर के रिस्क का इशारा हो सकते हैं. एक स्टडी में पाया गया कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों में बिना किसी कारण के वजन कम होना आने वाले वर्षों में कैंसर का रिस्क बढ़ा सकता है.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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