Last Updated:June 29, 2025, 07:01 IST2025 में निवेशकों के लिए सोना और रियल एस्टेट दोनों ही आकर्षक विकल्प बने हुए हैं. जहां सोने की कीमतों में 30% तक उछाल आया है, वहीं आरबीआई की रेपो रेट और सीआरआर में कटौती से रियल एस्टेट सेक्टर को गति मिली है.कहां निवेश रहेगा अधिक सुरक्षितहाइलाइट्सRBI की दर कटौती से रियल एस्टेट में तेजीसोने में 30% तक उछाल, सुरक्षित निवेशसोना शॉर्ट टर्म, रियल एस्टेट लॉन्ग टर्म के लिए बेहतरनई दिल्ली. ब्याज दरों में कटौती और वैश्विक अनिश्चितताओं के इस दौर में निवेशकों के सामने बड़ा सवाल है—सोने में निवेश करें या रियल एस्टेट में? एक तरफ सोने की कीमतों में इस साल जबरदस्त 30% की बढ़ोतरी देखने को मिली है, वहीं दूसरी तरफ आरबीआई की ताज़ा नीतियों ने रियल एस्टेट सेक्टर को भी नई रफ्तार दे दी है.भारतीय रिज़र्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती कर इसे 5.5% कर दिया, जबकि नकद आरक्षी अनुपात (CRR) को भी घटाकर 3% कर दिया गया है. यह बदलाव महामारी के बाद की सबसे आक्रामक नीति मानी जा रही है, जिसका सीधा फायदा हाउसिंग लोन पर पड़ा है. ब्याज दरों के सस्ते होने से शहरी क्षेत्रों में मकानों की मांग में तेजी आई है.
सोना: अनिश्चितता में सुरक्षा की गारंटी
सोना हमेशा से आर्थिक संकट और महंगाई के दौर में एक सुरक्षित विकल्प रहा है. 2025 में बढ़ती वैश्विक चिंताओं और केंद्रीय बैंकों की भारी खरीदारी ने सोने की मांग को काफी बढ़ाया है, जिससे इसकी कीमतें नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं.
BASIC होम लोन के सीईओ अतुल मोंगा कहते हैं, “डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ETF जैसे माध्यमों ने इसे आम निवेशकों के लिए और आसान बना दिया है.” हालांकि, इसमें नकदी प्रवाह नहीं होता और इसे बेचे बिना कोई आय नहीं मिलती.
रियल एस्टेट: लंबी अवधि में दोहरा फायदा
रियल एस्टेट निवेशक न केवल प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी का लाभ उठाते हैं, बल्कि किराये से नियमित आमदनी भी होती है. RBI की हालिया नीतियों से इस क्षेत्र को फिर से संजीवनी मिली है.
मोंगा के अनुसार, “शहरी इलाकों में रियल एस्टेट एक मजबूत एसेट क्लास बनकर उभरा है, जो दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण और स्थिर आय दोनों देता है.” हालांकि, इसमें निवेश की शुरुआत में मोटी रकम लगती है और इसे जल्दी नकद में बदलना आसान नहीं होता.
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फैसला कैसे करें?
विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों विकल्पों के फायदे-नुकसान हैं, और निवेश का निर्णय आपकी ज़रूरतों और लक्ष्य पर निर्भर करता है. यदि आप जल्दी नकदी चाहते हैं या पोर्टफोलियो में विविधता लाना चाहते हैं तो सोना बेहतर विकल्प हो सकता है. लेकिन अगर आप दीर्घकालिक संपत्ति बनाना चाहते हैं और आपको किराये की आमदनी चाहिए तो रियल एस्टेट अधिक लाभदायक साबित हो सकता है.Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessसोना या घर-जमीन, कहां से आएगा सेफ्टी के साथ ज्यादा तगड़ा रिटर्न
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