ये हैं भारत के फेमस योग गुरु, जानें इनमें सबसे बेस्ट योग गुरु कौन-से?

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योग की जन्मस्थली भारत ने दुनियाभर में योग के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभाई है. हजारों साल से यह प्राचीन कला न सिर्फ फिजिकल हेल्थ को बेहतर बना रही है, बल्कि मानसिक शांति और आध्यात्मिक जागरूकता का मार्ग भी प्रशस्त कर रही है. भारत ने कई ऐसे योग गुरु हुए हैं, जिन्होंने अपनी शिक्षाओं और प्रयोगों के माध्यम से योग को ग्लोबल लेवल पर लोकप्रिय बनाया. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर हम आपको बता रहे हैं कि भारत के फेमस योग गुरु कौन हैं और इनमें सबसे बेस्ट योग गुरु कौन-से हैं?

भारत में योग का इतिहास

भारत में योग की उत्पत्ति करीब 5000 साल पहले हुई. प्राचीन ग्रंथों जैसे पतंजलि के योग सूत्र, हठ योग प्रदीपिका और भगवद्गीता में योग के विभिन्न आयामों का जिक्र है. गुरु-शिष्य परंपरा ने योग के ज्ञान को पीढ़ी-दर-पीढ़ी पहुंचाया. इस परंपरा में गुरु न केवल शिक्षक होते थे, बल्कि आध्यात्मिक मार्गदर्शक भी माने जाते थे. आधुनिक समय में योग ने ग्लोबल लेवल पर लोकप्रियता हासिल की है, जिसमें भारत के योग गुरुओं का योगदान अतुलनीय है.

ये हैं भारत के फेमस योग गुरु

तिरुमलाई कृष्णमाचार्य: तिरुमलाई कृष्णमाचार्य (1888-1989) को आधुनिक योग का जनक माना जाता है. इन्होंने हठ योग को पुनर्जनन दिया और विन्यास योग की नींव रखी. कृष्णमाचार्य ने योग को व्यक्तिगत जरूरतों के हिसाब से ढालने पर जोर दिया. उनके प्रमुख शिष्यों में बीकेएस अयंगर, टीकेवी देसिकाचार और के पट्टाभि जोइस शामिल हैं, जिन्होंने अयंगर योग और अष्टांग योग को दुनियाभर में लोकप्रिय बनाया. कृष्णमाचार्य ने योग मकरंद (1934) और योग रहस्य जैसे ग्रंथ लिखे, जो आज भी योग साधकों के लिए महत्वपूर्ण हैं. 

बीकेएस अयंगर: बेल्लूर कृष्णमाचार सुंदरराजा अयंगर (1918-2014) ने अयंगर योग की स्थापना की, जो संरेखण (alignment) और प्रॉप्स (जैसे ब्लॉक, बेल्ट) के इस्तेमाल पर आधारित है. उनकी किताब ‘लाइट ऑन योग’ (1966) को योग की बाइबल माना जाता है, जिसका 17 भाषाओं में अनुवाद हुआ. अयंगर ने योग को उन लोगों के लिए सुलभ बनाया, जो शारीरिक सीमाओं के कारण इसे नहीं कर पाते थे. पुणे में स्थापित रामामणि अयंगर मेमोरियल योग इंस्टिट्यूट आज भी उनके दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रहा है. उनकी बेटी गीता अयंगर और बेटे प्रशांत अयंगर इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं. 2004 में टाइम मैगजीन ने उन्हें दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया था.

स्वामी शिवानंद सरस्वती: स्वामी शिवानंद सरस्वती (1887-1963) ने कर्म योग, भक्ति योग, ज्ञान योग और राज योग को संयोजित कर एक होलिस्टिक अप्रोच पेश की. उन्होंने ऋषिकेश में शिवानंद आश्रम और डिवाइन लाइफ सोसाइटी (1936) की स्थापना की, जो आज भी योग और वेदांत की शिक्षा देते हैं. उनकी शिक्षाएं योग को आध्यात्मिक और फिजिकल हेल्थ का साधन मानती थीं. उनके शिष्यों ने विश्व भर में योग के प्रचार में अहम भूमिका निभाई.

परमहंस योगानंद: परमहंस योगानंद (1893-1952) ने क्रिया योग को पश्चिमी देशों में लोकप्रिय बनाया. उनकी किताब ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी’ ने लाखों लोगों को योग और ध्यान की ओर प्रेरित किया. उन्होंने 1920 में अमेरिका में सेल्फ-रियलाइजेशन फेलोशिप की स्थापना की, जो आज भी उनके दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रही है. योगानंद ने योग को आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग बताया, जिसमें प्राणायाम, मंत्र और मुद्राओं का समावेश था.

स्वामी विवेकानंद: स्वामी विवेकानंद (1863-1902) ने 1893 में शिकागो के विश्व धर्म संसद में योग को ‘मन का विज्ञान’ बताकर पश्चिमी दुनिया से इससे रूबरू कराया. उनकी किताब ‘राज योग’ ने योग के दार्शनिक और आध्यात्मिक पहलुओं को दुनिया के सामने रखा. विवेकानंद ने योग को केवल शारीरिक अभ्यास तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे आत्म-जागरूकता और विश्व बंधुत्व का साधन बनाया.

स्वामी रामदेव: मॉडर्न इरा में स्वामी रामदेव भारत के सबसे चर्चित योग गुरुओं में से एक हैं. पतंजलि योगपीठ के संस्थापक स्वामी रामदेव ने योग को आम लोगों तक पहुंचाया. उनके योग शिविरों और टीवी कार्यक्रमों ने लाखों लोगों को प्राणायाम और आसनों की ओर आकर्षित किया. उनकी शिक्षाएं आयुर्वेद और स्वदेशी सिद्धांतों पर आधारित हैं. हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्वामी रामदेव के यूट्यूब चैनल और पतंजलि के योग कार्यक्रमों ने उन्हें भारत में सबसे लोकप्रिय योग गुरु बनाया है.

भारत के बेस्ट योग गुरु कौन-से?

तिरुमलाई कृष्णमाचार्य और बीकेएस अयंगर ने आधुनिक योग की नींव रखी. उनकी शिक्षाएं आज भी दुनियाभर में प्रासंगिक हैं. वे अब जीवित नहीं हैं तो वर्तमान समय में उनकी तुलना करना कठिन है. परमहंस योगानंद और स्वामी विवेकानंद ने योग को पश्चिम देशों में लोकप्रिय बनाया, लेकिन उनकी शिक्षाएं ज्यादा आध्यात्मिक थीं, जो शारीरिक योग से अलग हैं. वहीं, स्वामी रामदेव ने योग को भारत के हर घर तक पहुंचाया. उनके यूट्यूब चैनल को लाखों लोग फॉलो करते हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता का पता चलता है.

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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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