2025 में दिल्ली-एनसीआर भारत में लग्जरी घरों की बढ़ती मांग का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है. बुनियादी ढांचे में तेज़ी से हो रहे सुधार और खरीदारों की बदलती प्राथमिकताओं जैसे कई कारकों ने इस क्षेत्र को देश के अन्य हिस्सों की तुलना में कहीं आगे पहुंचा दिया है. अब दिल्ली-एनसीआर को देश में प्रीमियम घरों के लिए एक मिसाल माना जा रहा है.गुरुग्राम और नोएडा जैसे एनसीआर के शहरों में कॉरपोरेट, आईटी और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर के विस्तार ने लोगों की आय को बढ़ाया है और उन्हें लग्जरी घर खरीदने के लिए प्रेरित किया है. अब लोग बड़े और खूबसूरती से डिज़ाइन किए गए घरों को प्राथमिकता दे रहे हैं. साथ ही, समृद्ध खरीदार गेटेड सोसाइटी और ब्रांडेड होम्स की ओर भी आकर्षित हो रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर में लक्ज़री हाउसिंग में तेजी के पीछे कई ठोस कारण हैं:
1. इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी में जबरदस्त उछाल
द्वारका एक्सप्रेसवे (29 किमी): दिल्ली के द्वारका को गुरुग्राम से जोड़ने वाला यह आठ लेन का एक्सप्रेसवे, IGI एयरपोर्ट और साइबर सिटी तक पहुंच को आसान बनाता है और NH-48 पर ट्रैफिक कम करता है. इसके आस-पास का इलाका लक्ज़री रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स के लिए बेहद आकर्षक बन गया है.
यमुना एक्सप्रेसवे (165 किमी): ग्रेटर नोएडा से आगरा को जोड़ने वाला यह एक्सप्रेसवे इंटरस्टेट यात्रा को आसान बनाता है और इसके आस-पास हाईवे और जेवर एयरपोर्ट वाले इलाकों में पॉश टाउनशिप्स का विकास हो रहा है.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (1,386 किमी): देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक, यह दिल्ली को मुंबई से जोड़ता है. इस एक्सप्रेसवे से सोहना और पलवल जैसे एनसीआर क्षेत्र में प्रीमियम प्रोजेक्ट्स की संख्या बढ़ रही है.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर): देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने वाला यह प्रोजेक्ट एनसीआर में इंटरनेशनल और घरेलू कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा. इसके आस-पास की ज़मीन में निवेश और लक्ज़री हाउसिंग का ज़ोरदार उछाल देखा जा रहा है.
2. बढ़ती समृद्धि और लाइफस्टाइल में बदलाव
2024 में दिल्ली-एनसीआर की लग्जरी हाउसिंग मार्केट में 10,500 यूनिट्स बिकीं, जबकि 2023 में यह संख्या 5,525 थी. इस तरह यह बाजार सालाना 90% की दर से बढ़ा है.
इस बढ़ती मांग के पीछे लोगों की बढ़ती आय, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) और अनिवासी भारतीयों (NRIs) की संख्या में इजाफा, और भविष्य के लिए उपयुक्त शानदार सुविधाओं वाले घरों की चाह मुख्य कारण रहे हैं.
3. नए माइक्रो-मार्केट्स और शहरीकरण
ग्रेटर कैलाश, डिफेंस कॉलोनी, गोल्फ कोर्स रोड जैसे नए माइक्रो-मार्केट्स के उभरने से लग्जरी प्रॉपर्टी का परिदृश्य अब पहले से कहीं अधिक विविध और व्यापक हो गया है.
4. डेवलपर्स का फोकस और जबरदस्त सप्लाई
कुशमैन एंड वेकफील्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली तिमाही (Q1) में दिल्ली-एनसीआर में शुरू हुई सभी नई आवासीय परियोजनाओं में से 74% प्रीमियम सेगमेंट में थीं. यह आंकड़ा न सिर्फ डेवलपर्स की रणनीति में बड़े बदलाव को दर्शाता है, बल्कि ग्राहकों की पसंद में भी एक बड़ा परिवर्तन दिखाता है, अब इस क्षेत्र में लग्जरी हाउसिंग का बोलबाला है.
सिर्फ गुरुग्राम में ही 75% नई आवासीय आपूर्ति दर्ज की गई, जिसमें द्वारका एक्सप्रेसवे माइक्रो-मार्केट ने जबरदस्त रफ्तार पकड़ी. अकेले इस एक तिमाही में यहां 3,500 से अधिक लग्जरी यूनिट्स लॉन्च की गईं, जो इस क्षेत्र में लग्जरी हाउसिंग की तेज़ी से बढ़ती मांग को दर्शाता है.
रॉयल ग्रीन रियल्टी के प्रबंध निदेशक श्री यशांक वासन ने कहा, “दिल्ली एनसीआर में लग्जरी रियल एस्टेट बाजार में असाधारण वृद्धि देखी जा रही है, 2025 में लगभग 75% नए लॉन्च प्रीमियम सेगमेंट के अंतर्गत आएंगे. यह तेजी लोगों की बढ़ती आय, बेहतर जीवनशैली की चाह और बड़े व खूबसूरत घरों की बढ़ती मांग की वजह से है. विशेष रूप से गुरुग्राम इस बदलाव में सबसे आगे है, जहां प्रॉपर्टी के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं और बिक्री भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. इस रफ्तार को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों जगह से आ रही मांग और रुचि का समर्थन मिल रहा है. डेवलपर्स अब ऐसे प्रोजेक्ट्स ला रहे हैं जिनमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं और आधुनिक डिजाइन हैं. इन सब कारणों से दिल्ली-एनसीआर आज लग्ज़री घरों में निवेश के लिए सबसे पसंदीदा जगह बन गया है, जो समझदार खरीदारों और निवेशकों दोनों को आकर्षित कर रहा है.”
प्राइम डेवलपमेंट्स के फाउंडर और चेयरमैन राकेश मल्होत्रा कहते हैं, “दिल्ली एनसीआर ने भारत के लक्जरी हाउसिंग डेवलपमेंट के पीछे खुद को पावरहाउस के रूप में मजबूती से स्थापित किया है. यह भारत में लक्जरी हाउसिंग के लिए बेंचमार्क सेट करना जारी रखेगा, जो रियल एस्टेट क्षेत्र में नवाचार और आकांक्षाओं के केंद्र के रूप में उभर रहा है. मॉडर्न इन्फ्रास्ट्रक्चर, कोस्मोपोलिटिन लाइफस्टाइल और स्ट्रेटेजिक कनेक्टिविटी के क्षेत्र के गतिशील मिश्रण ने इसे विशिष्टता और परिष्कृत जीवन अनुभव की तलाश करने वाले घर खरीदारों के लिए पसंदीदा गंतव्य बना दिया है. डेवलपर्स सोच-समझकर डिज़ाइन किए गए प्रोजेक्ट के साथ प्रतिक्रिया दे रहे हैं जो न केवल शानदार रहने की जगह प्रदान करते हैं, बल्कि एक समग्र रहने का माहौल भी प्रदान करते हैं. जैसे-जैसे प्रीमियम घरों की मांग बढ़ती है, रुझानों को आकार देने और लक्जरी जीवन को फिर से परिभाषित करने में दिल्ली एनसीआर का नेतृत्व सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है.”
मानिक मलिक (सीएफओ, बीपीटीपी) कहते हैं, “दिल्ली एनसीआर में लग्जरी हाउसिंग का उछाल सिर्फ़ एक ट्रेंड नहीं है – यह बढ़ती समृद्धि, वैश्विक आकांक्षाओं और क्षेत्र के भविष्य में बढ़ते आत्मविश्वास का प्रमाण है. जैसे-जैसे ट्रांसफोरमेटिव इनफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी को नया आकार दे रहा है और अंतरराष्ट्रीय संवेदनशीलता खरीदार की प्राथमिकताओं को प्रभावित कर रही है, समझदार घर के मालिक सिर्फ़ आवास से ज़्यादा की तलाश कर रहे हैं – वे स्टेचर, प्राइवेसी और वास्तव में वैश्विक जीवनशैली की मांग कर रहे हैं. डेवलपर्स नई पीढ़ी के लैंडमार्क एड्रेस के साथ प्रतिक्रिया दे रहे हैं, जो विशिष्टता और अनुभव को फिर से परिभाषित करते हैं. यह बदलाव दिल्ली एनसीआर को भारत की लग्जरी रियल एस्टेट क्रांति की राजधानी के रूप में और लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के लिए एक चुंबक की तरह मजबूती से स्थापित करता है.”
5. पूंजी में बढ़ोतरी और निवेश की अपील
18% की वार्षिक वृद्धि के साथ, दिल्ली एनसीआर में 2025 की पहली तिमाही में भारत के टॉप सात शहरों में संपत्ति की कीमतों में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई.
2021 से 2024 के बीच, नोएडा सेक्टर-150 जैसे माइक्रो-मार्केट्स में पूंजीगत मूल्यों (कैपिटल वैल्यू) में 128% की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई, जो किराए की दरों में हुई वृद्धि से कहीं अधिक है.
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News