बालोतरा जिले के पचपदरा थाना क्षेत्र के उमरलाई गांव में मंगलवार को एक शोकसभा उस समय भयावह हादसे में तब्दील हो गई, जब एक हाई वोल्टेज बिजली की केबल अचानक टूटकर टेंट पर गिर गई। इस दिल दहला देने वाले हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आठ लोग गंभीर रूप से झुलस गए। इनमें से एक को जोधपुर रेफर किया गया है। गांव में इस हादसे के बाद मातम पसरा हुआ है और हर आंख नम है।
तीये की बैठक में इकट्ठे हुए थे गांववासी, अचानक टूटी केबल
जानकारी के मुताबिक, सुबह करीब 11 बजे उमरलाई निवासी लाखाराम देवासी के घर एक परिजन की मृत्यु के बाद तीये की बैठक आयोजित की गई थी। गांव सहित आसपास के कई इलाकों से 40 से 50 लोग टेंट में बैठे थे, तभी पास में स्थित पत्थर की पट्टी पर लगा बिजली मीटर और उससे जुड़ी हाई वोल्टेज केबल टूटकर नीचे गिर गई। केबल के लोहे के टेंट पाइपों के संपर्क में आते ही तेज करंट पूरे टेंट में फैल गया।
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कुछ ही सेकंड में मच गया कोहराम
केबल गिरते ही टेंट के भीतर चीख-पुकार और भगदड़ मच गई। लोग करंट की चपेट में आकर गिरने लगे। कुछ लोग जान बचाकर बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन 10 ग्रामीण बुरी तरह झुलस गए। ग्रामीणों ने एम्बुलेंस को सूचना दी और निजी वाहनों की मदद से घायलों को राजकीय नाहटा जिला अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने अमराराम (70) पुत्र पूसाराम निवासी उमरलाई और हरमलराम (35) पुत्र कोहलाराम निवासी कनाना को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से झुलसे बुधसिंह (40) पुत्र देवीसिंह निवासी ललाणा को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल रेफर किया गया। इन घायलों का कोहलाराम (80) निवासी कनाना, जुझाराम (80) निवासी कनाना, सांगाराम (40) निवासी कनाना, हराराम (65) निवासी कनाना, नारायण सेन (52) निवासी उमरलाई, तलाराम (80) निवासी उमरलाई और चेनाराम (55) निवासी उमरलाई का अस्पताल में इलाज जारी है।
झुलसे लोगों की आपबीती
घायल नारायण सेन ने बताया कि टेंट के अंदर बैठे थे, अचानक झटका लगा। आंखों के सामने अंधेरा छा गया और फिर कुछ याद नहीं रहा। होश अस्पताल में आया। उनकी बातों से हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
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परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
जैसे ही मृतकों के शव अस्पताल लाए गए, परिजनों में कोहराम मच गया। वार्ड में चीखें गूंजने लगीं और लोगों की आंखें नम हो गईं। कई परिजन झुलसे हुए अपने रिश्तेदारों को गोद में उठाकर इलाज के लिए दौड़ते दिखे। यह दृश्य किसी को भी झकझोर देने वाला था।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने पहुंचकर ली जानकारी
घटना की सूचना मिलते ही RLP नेता थानसिंह डोली, पचपदरा तहसीलदार गोपीकिशन पालीवाल और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, संवेदना जताई और घायलों के इलाज की जानकारी ली।
चिकित्सा अधिकारी ने दी जानकारी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप देवात ने बताया कि कुल दस मरीज लाए गए थे। दो की मौके पर ही मौत हो चुकी थी और एक गंभीर को जोधपुर रेफर किया गया है। बाकी सभी का इलाज चल रहा है।
वहीं, हादसे के बाद उमरलाई और कनाना गांवों में गहरा मातम छा गया है। मृतकों के घरों में चूल्हे तक नहीं जले। रिश्तेदार और ग्रामीण सांत्वना देने के लिए लगातार पहुंच रहे हैं, लेकिन पूरे गांव में शोक और सन्नाटे का माहौल है। यह हादसा ग्रामीणों की जिंदगी में ऐसा जख्म दे गया है जिसे भूलना आसान नहीं होगा।