Last Updated:May 19, 2025, 20:17 ISTशॉन के, जो कभी मेटावर्स में 1.28 करोड़ रुपये सालाना कमाते थे, अब न्यूयॉर्क में छोटे काम कर गुज़ारा कर रहे हैं. AI के कारण नौकरी खोने के बाद 800 से अधिक जगह जॉब के लिए अप्लाई किया, लेकिन कहीं बात नहीं बनी आने वाला समय समय टेक प्रोफेशनल्स के लिए और कठिन होने वाला है. हाइलाइट्सशॉन कभी मेटावर्स में 1.28 करोड़ सालाना कमाते थे.AI के कारण नौकरी खोने के बाद 800 से अधिक आवेदन किए.अब न्यूयॉर्क में फूड डिलीवरी और eBay पर सामान बेच रहे हैं.नई दिल्ली. कभी मेटावर्स की दुनिया में सालाना 1.28 करोड़ रुपये ($1,50,000) की मोटी सैलरी कमाने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर शॉन के आज अपनी ज़िंदगी का संघर्षपूर्ण दौर देख रहे हैं. 42 वर्षीय शॉन टेक्नोलॉजी क्षेत्र में दो दशकों का अनुभव रखते हैं, लेकिन आज न्यूयॉर्क के एक छोटे से ट्रेलर में रहकर फूड डिलीवरी और eBay पर सामान बेचने जैसे छोटे-मोटे कामों से अपना गुज़ारा कर रहे हैं. पिछले साल अप्रैल में उनको अचानक नौकरी से निकाल दिया गया था. इसके बाद उन्होंने 800 से अधिक कंपनियों में आवेदन भेजे, लेकिन उन्हें सिर्फ 10 से भी कम इंटरव्यू कॉल आए. वो भी ज़्यादातर AI बॉट्स के ज़रिए. शॉन को टेक सेक्टर में कहीं नौकरी नहीं मिली. उनका कहना है कि टेक सेक्टर में जेनेरेटिव एआई नौकरियां खा रही है और आने वाला समय टेक प्रोफेशनल्स के लिए और कठिन होने वाला है.
शॉन ने Fortune को दिए इंटरव्यू में “इस बार की खामोशी अस्थायी नहीं है. यह ज़्यादा गहरी, ठंडी और डरावनी है.” मेटावर्स जैसे ट्रेंडिंग क्षेत्र में काम करने वाले शॉन अब खुद को टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के एक ऐसे मोड़ पर पाते हैं, जहां Generative AI जैसे टूल्स का बोलबाला है और इंसानी प्रतिभा को किनारे किया जा रहा है. शॉन AI के खिलाफ नहीं हैं. वे खुद को “AI मैक्सिमलिस्ट” कहते हैं. उनका मानना है कि AI एक बेहतरीन तकनीक है, लेकिन इसका उपयोग लोगों को सशक्त करने के बजाय उन्हें हटाने के लिए किया जा रहा है. वे कहते हैं, “यह सिर्फ शुरुआत है. आज मैं हूं, कल और भी होंगे.”
टेक सेक्टर की हकीकत बताती है शॉन की कहानी
शॉन की यह कहानी सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक बदलती दुनिया की हकीकत है, जहां बड़ी कंपनियां लागत घटाने के नाम पर कर्मचारियों की जगह AI को ला रही हैं. वे कहते हैं, “यह स्मार्ट मशीनों की कहानी नहीं है, यह छोटी सोच का नतीजा है. कंपनियां इनोवेशन बढ़ाने की बजाय अपनी महत्वाकांक्षाएं घटा रही हैं.”
अब शॉन टेक्नोलॉजी सर्टिफिकेशन या कमर्शियल ड्राइवर लाइसेंस लेने की सोच रहे हैं, ताकि आय का कोई नया रास्ता निकल सके. लेकिन अपस्किलिंग के लिए भी पैसे चाहिए, जो अब उनके पास नहीं हैं. शॉन के की कहानी सिर्फ एक संकट नहीं, एक चेतावनी है कि AI का विकास अगर संतुलन के साथ नहीं हुआ, तो यह लाखों जिंदगियों को प्रभावित कर सकता है.
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