Last Updated:May 14, 2025, 15:38 ISTतुर्की और अज़रबैजान द्वारा पाकिस्तान की मदद से नाराज भारतीयों ने इन देशों के उत्पादों और ट्रिप को बॉयकॉट करना शुरू किया. इंडिगो ने कहा कि उनकी फ्लाइट्स कैंसिल नहीं होंगी.इंडिगो की भारत से तुर्की से लिए रोज 2 फ्लाइट्स हैं.हाइलाइट्सइंडिगो की तुर्की और अजरबैजान की फ्लाइट्स जारी रहेंगी.तुर्की और अजरबैजान के बॉयकॉट की मांग बढ़ रही है.भारतीय व्यापारियों ने तुर्की के सेबों का बहिष्कार किया.नई दिल्ली. पाकिस्तान से संघर्ष में भारत के खिलाफ तुर्की और अज़रबैजान ने उसकी मदद की थी. इसी से नाराज भारतीय ने इन दोनों देशों के उत्पादों और वहां के ट्रिप के प्लान को कैंसिल करना शुरू कर दिया है. इंटरनेट पर बॉयकॉट अज़रबैजान और बॉयकॉट तुर्की ट्रेंड भी चल रहा था. लेकिन इसी बीच भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने साफ कर दिया है कि इन देशों को जाने वाली उनकी कोई भी फ्लाइट कैंसिल नहीं होगी. जबकि कुछ अन्य कंपनियों ने वहां के लिए 9 मई के बाद बुकिंग्स लेना बंद कर दिया था.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंडिगो के अधिकारी ने कहा है कि अभी तक तुर्की जाने वाली फ्लाइट्स की डिमांड में कोई गिरावट नहीं आई है. उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में मांग घटती है तो कंपनी जरूर इस बारे में दोबारा सोचेगी. अधिकारी ने यह भी बताया कि कंपनी अभी अजरबैजान के लिए भी फ्लाइट्स की संख्या घटाने के बारे में नहीं सोच रही है. हालांकि, इंडिगो ने अभी इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
बढ़ रही यात्रियों की संख्या
2014 में केवल 4853 लोग ही भारत से अज़रबैजान गए थे. लेकिन 2024 तक यह संख्या बढ़कर 243,589 हो गई. अगले 10 साल में भारत से वहां से जाने वालों की संख्या में 11 फीसदी की दर से इजाफे का अनुमान है. इसी तरह 2024 में 3.30 लाख लोग भारत से तुर्की गए. जबकि 2014 में यह संख्या 119,503 थी. इंडिगो द्वारा अभी भारत और तुर्की के बीच हर दिन 2 फ्लाइट चलाई जाती हैं. टर्किश एयरलाइंस हर दिन दिल्ली और मुंबई के लिए फ्लाइट ऑपरेट करती है और एक दिन चेन्नई के लिए फ्लाइट चलाई जाती है.
बॉयकॉट की मांग
देश भर में तुर्की और अजरबैजान को बॉयकॉट करने की मांग जोर पकड़ रही है. लोग इस बात को लेकर गुस्से में हैं कि इन दोनों देशों ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान का साथ दिया. खबरों के अनुसार, कई ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म जैसे कि Ixigo और EaseMyTrip ने तुर्की के लिए फ्लाइट और होटल बुकिंग पर रोक लगा दी. लेकिन बात यहीं नहीं रुकी. भारतीय व्यापारियों ने भी तुर्की से आने वाले सेबों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया. नतीजतन, तुर्की के सेब अब बाजार से लगभग गायब हो चुके हैं. भारतीय व्यापारी अब तुर्की के सेब की जगह ईरान, वॉशिंगटन और न्यूज़ीलैंड सेबों को तरजीह दे रहे हैं. हालांकि, इसकी वजह से खुदरा मार्केट में सेब की कीमत 20 से 30 रुपये प्रति किलो बढ़ गई है.
तुर्की ने भेजी थी मदद
तुर्की हमेशा से पाकिस्तान का समर्थक रहा है. वह पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को लेकर भी कभी भारत के पड़ोसी मु्ल्क को कुछ नहीं कहता है. इस बार भी जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा तो तुर्की ने अपने करीब 350 ड्रोन पाकिस्तान की मदद के लिए भेज दिए. अजरबैजान ने भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ को पत्र लिखकर उन्हें संघर्ष में समर्थन का वादा किया था.
Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessनहीं बंद होगी कोई फ्लाइट, तुर्की और अजरबैजान के बॉयकॉट के बीच इंडिगो का ऐलान
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