तनाव बढ़ा तो कौन ज्यादा नुकसान में, भारत या पाकिस्तान? रेटिंग एजेंसी ने बताया

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Last Updated:May 05, 2025, 18:30 ISTमूडीज ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान तनाव से भारत की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर नहीं होगा, लेकिन पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि और विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव आ सकता है.हाइलाइट्सभारत-पाक तनाव से भारत की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर नहीं होगा.पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि और विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव आ सकता है.मूडीज ने कहा, भारत की आर्थिक गतिविधियों में व्यवधान की आशंका नहीं.नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव को लेकर अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने बताया है कि इसका सबसे ज्यादा असर दोनों में से किस पर होगा. एजेंसी ने कहा है कि इससे भारत की अर्थव्यवस्था पर कोई बड़ा असर नहीं होगा. लेकिन पाकिस्तान को इस तनाव से झटका लग सकता है क्योंकि उसकी विदेशी मुद्रा जमा राशि (Foreign Exchange Reserves) पर दबाव आ सकता है और उसकी आर्थिक वृद्धि (Growth Rate) प्रभावित हो सकती है.

मूडीज ने सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की जिसका नाम, “भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से पाकिस्तान की वृद्धि पर असर” है. इसमें कहा गया है कि भारत की आर्थिक गतिविधियों (Economic Activities) में किसी बड़े व्यवधान की आशंका नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान के साथ भारत का व्यापार बहुत कम है. उदाहरण के तौर पर, साल 2024 में भारत के कुल निर्यात (Exports) में पाकिस्तान की हिस्सेदारी 0.5% से भी कम थी.

क्यों बढ़ा तनाव?22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी. भारत ने हमले के लिए पांच आतंकवादियों की पहचान की है, जिनमें तीन पाकिस्तानी नागरिक बताए जा रहे हैं. भारत ने कहा है कि वह इन आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर असरमूडीज ने कहा है कि अगर यह तनाव आगे भी बढ़ता रहा, तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर असर होगा. इससे पाकिस्तान की सरकार के खर्च और बजट को संतुलित करने की कोशिशों में रुकावट आ सकती है. आसान भाषा में कहें, तो पाकिस्तान को आर्थिक रूप से स्थिर होने में मुश्किलें आ सकती हैं. हालांकि मूडीज ने यह भी माना कि अभी पाकिस्तान की आर्थिक हालत पहले से थोड़ी बेहतर हो रही है — महंगाई (Inflation) कम हो रही है, विकास दर थोड़ी बढ़ रही है और IMF के सहयोग से विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़ रहा है.

IMF से मिल सकता है कर्ज, लेकिन मुश्किलें बनी हुई हैंIMF (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) की एक अहम बैठक 9 मई को होने वाली है, जिसमें पाकिस्तान को 1.3 अरब डॉलर का नया कर्ज देने पर विचार किया जाएगा. यह पैसा जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मदद के तौर पर मिलेगा. साथ ही, पहले से चल रहे 7 अरब डॉलर के राहत पैकेज की समीक्षा भी की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, भारत यह मांग कर सकता है कि IMF और दूसरी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पाकिस्तान को दिए गए कर्ज की जांच करें.

भारत पर क्या असर होगा?मूडीज का कहना है कि भारत की आर्थिक स्थिति फिलहाल स्थिर है. यहां सरकारी निवेश और लोगों की खपत (खर्च करने की क्षमता) अच्छी बनी हुई है, जिससे अर्थव्यवस्था मजबूत रहेगी. हां, अगर तनाव बढ़ता है और भारत को रक्षा खर्च (Defence Spending) बढ़ाना पड़ता है, तो इससे सरकार के बजट पर कुछ असर जरूर पड़ेगा, लेकिन इसका कोई बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान होने की संभावना नहीं है.
Location :New Delhi,Delhihomebusinessतनाव बढ़ा तो कौन ज्यादा नुकसान में, भारत या पाकिस्तान? रेटिंग एजेंसी ने बताया

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