राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सांसद हनुमान बेनीवाल ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई आतंकी घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने इस घटना को सरकार की विफलता करार देते हुए कहा कि जब पंजाब में आतंकवाद का खात्मा संभव हो सकता है, तो जम्मू-कश्मीर में क्यों नहीं। बेनीवाल ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि केंद्र सरकार POK पर कब्जा करे और आतंकवाद का जड़ से खात्मा करे।
राजस्थान सरकार पर जमकर साधा निशाना
हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में हुई धांधली को लेकर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने सीधे तौर पर मंत्री केके विश्नोई और मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठे अधिकारियों को इस घोटाले के लिए जिम्मेदार ठहराया। बेनीवाल ने कहा कि एसओजी की जांच में यह सामने आया है कि धोरीमन्ना की दो लड़कियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने 6 लाख रुपये देकर परीक्षा में जगह पाई थी, और यह पैसे मंत्री केके विश्नोई तक पहुंचे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कार्यालय के कई अधिकारी दोषियों को बचाने में लगे हैं, क्योंकि वे खुद भी इस मामले में फंसे हुए हैं। बेनीवाल ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय को भी कटघरे में खड़ा किया और मांग की कि आयोग का पुनर्गठन हो।
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26 अप्रैल से शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन आंदोलन
बेनीवाल ने ऐलान किया कि वे 26 अप्रैल से शहीद स्मारक, जयपुर पर युवाओं के साथ मिलकर अनिश्चितकालीन आंदोलन की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार नहीं जागी, तो एक लाख लोगों की रैली भी जयपुर में की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह आंदोलन सिर्फ एक परीक्षा को लेकर नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की सफाई के लिए होगा।
केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मिली हुई: बेनीवाल
बेनीवाल ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये दोनों पार्टियां आपस में मिली हुई हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता खुद की जमानत जब्त करवा रहे हैं ताकि उन्हें गिरफ्तार न किया जाए, जबकि बीजेपी सरकार इस पर मौन है।
सचिन पायलट और अशोक गहलोत पर तंज
सचिन पायलट पर कटाक्ष करते हुए बेनीवाल ने कहा कि पायलट “गर्मी से एलर्जी” वाले नेता हैं, जो ज्यादा एक्टिव नहीं होते। वहीं, अशोक गहलोत पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि वे अंदर ही अंदर राजनीति करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि राज्य में अब हालात पहले से भी खराब हो गए हैं। उन्होंने दावा किया कि सरकार पांच अलग-अलग जगहों से चलाई जा रही है, जिससे खुद मुख्यमंत्री को भी नहीं पता होता कि उन्हें क्या करना है।