Last Updated:April 23, 2025, 14:44 IST
Donald Trump And Tariff War With China: नाल्ड ट्रंप ने चीन पर टैरिफ कम करने की घोषणा की है, जिससे वैश्विक बाजारों में राहत की लहर दौड़ी है. उन्होंने फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल को पद पर बनाए रखा है.
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ टैरिफ वार में झुकने का संकेत दिया है.
हाइलाइट्स
- डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर टैरिफ कम करने की घोषणा की.
- फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल को पद पर बनाए रखा गया.
- वैश्विक बाजारों में राहत की लहर दौड़ी.
Donald Trump And Tariff War With China: चीन के साथ टैरिफ वार में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब नरम रुख अपनाते नजर आ रहे हैं. वह पहले ही तमाम अन्य देशों के साथ टैरिफ पर 90 दिनों के लिए विराम लगा चुके हैं. ट्रंप के इस रुख से दुनिया में खुशी की लहर दौड़ गई है. वैश्विक बाजारों ने राहत की सांस ली है. दरअसल, बीते कुछ समय जारी टैरिफ वार के बीच ट्रंप ने घोषणा की कि वह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल को उनके पद से नहीं हटाएंगे और चीन पर लगाए गए 240% के भारी टैरिफ को काफी हद तक कम करेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप और पॉवेल का विवाद
पिछले कुछ समय से डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल पर तीखे हमले किए थे. उन्होंने पॉवेल पर ब्याज दरें कम न करने का आरोप लगाया था. पॉवेल ने चेतावनी दी थी कि ट्रंप की टैरिफ नीति से अमेरिका में महंगाई बढ़ सकती है. इस वजह से बाजारों में डर था कि ट्रंप पॉवेल को हटा सकते हैं. लेकिन मंगलवार को ट्रंप ने साफ किया कि मेरा पॉवेल को हटाने का कोई इरादा नहीं है. मैं चाहता हूं कि वह ब्याज दरें कम करने में थोड़ा सक्रिय हों. यह इसके लिए सही समय है. अगर वह ऐसा नहीं करते, तो भी कोई अंत नहीं है. इस बयान से निवेशकों में विश्वास बढ़ा और अमेरिकी शेयर बाजारों में तेजी आई.
चीन पर टैरिफ में कटौती
ट्रंप ने जनवरी 2025 में दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद चीन से आने वाले कई उत्पादों पर 240% का भारी टैरिफ लगा दिया. जवाब में चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर 125% का टैरिफ लगा दिया. इस व्यापार युद्ध से दोनों देशों के बीच व्यापार कम हो गया और वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई. मंगलवार को ट्रंप ने माना कि 240% का टैरिफ बहुत ज्यादा है. उन्होंने कहा कि यह टैरिफ काफी हद तक कम होगा. यह उस स्तर के आसपास नहीं रहेगा, लेकिन शून्य भी नहीं होगा.
ट्रंप ने यह भी कहा कि चीन को अमेरिका के साथ व्यापार जारी रखने के लिए एक समझौता करना होगा. उनके इस बयान ने संकेत दिया कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता सही दिशा में बढ़ रही है. उधर अमेरिकी के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने जेपी मॉर्गन चेज के एक निजी कार्यक्रम में कहा कि चीन के साथ टैरिफ युद्ध लंबे समय तक नहीं चल सकता. उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही इस मामले में तनाव कम होगा. यह कार्यक्रम आईएमएफ और विश्व बैंक की एक बैठक के दौरान हुआ. बेसेंट के बयान के बाद वॉल स्ट्रीट के प्रमुख शेयर सूचकांकों में उछाल आया और एशियाई बाजारों में भी बुधवार को तेजी देखी गई.
व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते की दिशा में काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति और उनकी टीम एक समझौते के लिए माहौल बना रहे हैं. गेंद सही दिशा में बढ़ रही है. हालांकि, चीन ने अभी तक यह पुष्टि नहीं की है कि वह अमेरिका के साथ औपचारिक बातचीत में शामिल है.
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