झुंझुनूं जिले के खेतड़ी थाने में चोरी के मामले में पूछताछ के लिए लाए युवक की मौत के मामले में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है। हालांकि एसपी ने पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया है। परिजन और ग्रामीण अपनी अन्य मांगों को लेकर अड़े हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक करमाड़ी गांव में फरवरी माह में हुई ग्वार चोरी के मामले में पुलिस ने गत दिनों एक आरोपी को पकड़ा था। गिरफ्तार युवक ने बताया कि अजीतगढ़ के सिपुर निवासी पप्पूराम मीणा और तीन-चार अन्य लोग भी इस वारदात में शामिल थे, जिस पर पुलिस ने सिपुर निवासी पप्पूराम मीणा को कल हिरासत में लिया और पूछताछ के लिए थाने लेकर आए, लेकिन रात को थाने में ही पप्पूराम मीणा की तबीयत बिगड़ गई। उसे पहले खेतड़ी और बाद में झुंझुनूं रेफर किया गया। वहां पर उसकी मौत हो गई। इस मामले में परिजनों का आरोप है कि पप्पूराम मीणा को पुलिस ने करीब एक हफ्ते से टॉर्चर कर रही है। उसके साथ थाने में हुई मारपीट के कारण उसकी मौत हुई है।
थाने के सामने धरना दे रहे परिजन
पप्पूराम मीणा की मौत की सूचना पर ना केवल परिजन बल्कि बड़ी संख्या में ग्रामीण और मीणा समाज के लोग भी खेतड़ी पहुंच गए। थाने के सामने प्रदर्शन चल रहा है। इधर, इस मामले में एसपी शरद चौधरी ने खेतड़ी सीआई गोपाललाल जांगिड़ समेत पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं पुलिस लाइन से सीआई मांगीलाल मीणा समेत पूरा नया स्टाफ खेतड़ी भेज दिया है। बावजूद परिजन अभी तक विरोध कर रहे हैं।
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परिजनों कि मांग पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करें
परिजनों का कहना है कि इन सभी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाना चाहिए। साथ ही वे डीएसपी और सीआई समेत सभी पुलिसकर्मियों पर हत्या की धाराओं में मामला दर्ज करने, परिवार को सहायता के लिए एक करोड़ रुपये की राशि देने और एक सरकारी नौकरी देने जैसी मांग कर रहे हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि जब तक मांग नहीं मानी जाएगी। ना तो वे शव लेंगे, न ही पोस्टमार्टम कराएंगे और न ही धरनास्थल से वापस जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से मौके पर अतिरिक्त पुलिस जाब्ता लगाया गया है। लगातार समझाइश का प्रयास चल रहा है।
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पूरे थाने को किया लाइन हाजिर
वहीं, एसपी शरद चौधरी ने एक अन्य जानकारी में बताया है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के जो आदेश हैं। उसके मुताबिक पूरे थाने को लाइन हाजिर किया गया है। वहीं, पोस्टमार्टम भी न्यायिक मजिस्ट्रेट की देखरेख में मेडिकल बोर्ड द्वारा पूरी वीडियोग्राफी के साथ करवाया जाएगा। साथ ही इस मामले की जांच एएसपी मुख्यालय देवेंद्र सिंह को सौंपी गई है, ताकि लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों में से जिसकी भी यदि कोई लापरवाही या फिर दोष मिलता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जा सके। उन्होंने बताया कि मृतक के परिवार के साथ झुंझुनूं पुलिस की पूरी सहानुभूति है, जो भी यदि दोषी होगा तो कार्रवाई करेंगे।