नई दिल्ली. अमेरिका के न्यूयॉर्क में गुरुवार को एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से छह लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में दुनिया की दिग्गज तकनीकी कंपनी सीमेंस एजी के स्पेन सीईओ अगस्टिन एस्कोबार, उनकी पत्नी और तीन बच्चे भी शामिल हैं. यह हादसा दोपहर बाद पियर 40 के पास हुआ. अगस्टिन एस्कोबार परिवार के साथ कुछ घंटे पहले ही न्यूयॉर्क पहुंचे थे. उन्होंने हेलिकॉप्टर टूर बुक कराया था. हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही जॉर्ज वॉशिंगटन ब्रिज तक की दूरी तय की थी कि अचानक हवा में उसका रोटर टूट गया, जिससे हेलिकॉप्टर असंतुलित होकर हडसन नदी में जा गिरा. सीमेंस एजी की स्थापना 1847 में हुई थी और इसका मुख्यालय जर्मनी के म्यूनिख में स्थित है. यह कंपनी 190 से अधिक देशों में कार्यरत है. सीमेंस पारंपरिक इंजीनियरिंग के साथ-साथ अब AI, सॉफ्टवेयर और डेटा आधारित समाधानों में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है.
सीमेंस की स्थापना 1847 में वर्नर वॉन सीमेंस (Werner von Siemens) और जोहान जॉर्ज हल्स्के (Johann Georg Halske) ने की थी. यह दुनिया भर में अपनी इनोवेटिव और उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकों के लिए जानी जाती है. सीमेंस का दायरा विभिन्न क्षेत्रों जैसे ऊर्जा, स्वास्थ्य, परिवहन, और औद्योगिक स्वचालन तक फैला हुआ है. इसने दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन और डायनमो (जनरेटर) जैसी तकनीकों को विकसित किया. भारत में मुंबई मेट्रो और अन्य रेल परियोजनाओं में सीमेंस की तकनीक का इस्तेमाल हुआ है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में भी सीमेंस अहम भूमिका निभा रही है.
कंपनी के कामस्मार्ट ग्रिड, स्मार्ट सिटी, बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम और बिजली वितरण समाधान कपंनी प्रदान करती है. हाई-स्पीड ट्रेन, मेट्रो सिस्टम और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग में भी यह अग्रणी है. सीमेंस हाई-एंड चिकित्सा उपकरण जैसे MRI मशीन, CT स्कैनर, अल्ट्रासाउंड सिस्टम और डायग्नोस्टिक लैब उपकरण बनाने में भी माहिर है. यही नहीं यह नवीकरणीय और पारंपरिक ऊर्जा जैसे पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा और गैस टरबाइन से संबंधित तकनीक भी प्रदान करती है.
सीमेंस का भारत में योगदानसीमेंस भारत में 1867 से सक्रिय है. सीमेंस ने भारत में कई मेट्रो परियोजनाओं, जैसे दिल्ली मेट्रो, मुंबई मेट्रो, और बेंगलुरु मेट्रो, में योगदान दिया है. यह सिग्नलिंग, विद्युतीकरण, और रोलिंग स्टॉक प्रदान करता है. भारत में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना में सीमेंस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सीमेंस की मदद से कई यह स्मार्ट ग्रिड और बिजली वितरण प्रणालियों बनाई गई हैं. सीमेंस भारत में हजारों लोगों को रोजगार देता है और इसके कई विनिर्माण संयंत्र और अनुसंधान केंद्र मुंबई, पुणे, और बेंगलुरु में हैं.
190 देशों में कारोबारसीमेंस 190 से अधिक देशों में सक्रिय है. 2024 तक सीमेंस की वार्षिक आय लगभग 75 बिलियन यूरो थी, जो इसकी मजबूत वैश्विक स्थिति को दर्शाता है. सीमेंस हर साल अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा R&D में निवेश करता है, जिससे यह तकनीकी नवाचार में सबसे आगे रहता है.
सीमेंस के लिए बहुत अहम थे अगस्टिनहेलीकॉप्टर हादसे में जान गवाने वाले अगस्टिन एस्कोबार सीमेंस की एक प्रमुख शख्सियत थे. सीमेंस स्पेन के पूर्व प्रमुख मिगुएल एंजेल लोपेज ने एस्कोबार के निधन को कंपनी के लिए बड़ी क्षति बताया है. उन्होंने कहा कि गतिशीलता और परिवहन क्षेत्र में सीमेंस की सफलता में एस्कोबार ने अहम भूमिका निभाई थी. उनका नेतृत्व कंपनी के लिए प्रेरणादायक रहा है. एस्कोबार के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, उनके पास अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, जर्मनी और स्पेन में अंतरराष्ट्रीय संचालन का 25 वर्षों से अधिक का अनुभव था.
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