Image Source : फाइल फोटो
टेलिकॉम कंपनियां कॉलर आईडी के लिए जल्द लॉन्च कर सकती हैं नया फीचर।
अगर आप आए दिन आने वाली अननोन नंबर वाली कॉल्स से परेशान हो चुके हैं तो अब जल्द ही यह परेशानी खत्म होने वाली है। देश की तीनों निजी टेलिकॉम कंपनियां रिलायंस जियो, एयरटेल और वीआई अपने करोड़ों यूजर्स के लिए एक नया फीचर लाने जा रही हैं। इस फीचर का नाम न्यू कॉलर नेम प्रजेंटेशन है। इसकी मदद से यूजर्स फोन करने वाले कॉलर का नाम जान सकेंगे।
Jio, Airtel और Vi का CNAP फीचर्स देशभर के करोड़ों मोबाइल यूजर्स को बड़ी राहत देने वाला है। टेलिकॉम कंपनियों के इस फीचर का एक सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब यूजर्स को अनजान नंबर से आने वाली कॉल्स की पहचान के लिए किसी थर्ड पार्टी ऐप का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। अभी तक कॉलर्स का नाम दिखाने जैसी वाली सुविधा TrueCaller जैसे ऐप्स दे रहे थे। लेकिन, अब इन्हें डाउनलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि यह नई सर्विस ट्रू-कॉलर की ही तरह काम करेगी।
टेलिकॉम कंपनियों ने की पार्टनरशिप
लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक New Caller Name Presentation फीचर के लिए टेलिकॉम कंपनियां कुछ वेंडर्स के साथ पार्टनरशिप भी कर चुके हैं। ये वेंडर्स टेलिकॉम कंपनियों को सॉफ्टवेयर और जरूरी सर्वर प्रवाइड कराएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक टेलिकॉम कंपनियों ने इसके लिए Dell, Ericsson, HP और Nokia के साथ पार्टनरशिप की है।
दिखाई देगा कॉलर का असली नाम
CNAP एक ऐसी सर्विस है जिसका मकसद कॉलर आइडेंटीफिकेशन को बेहतर बनाना है। इस सर्विस के रोलआउट होने के बाद अगर किसी यूजर्स के पास अनजान नंबर से कॉल आती है तो उसे बिना किसी ट्रूकॉलर जैसे ऐप्स के उस कॉलर का नाम डिस्प्ले पर दिख जाएगा। CNAP के जरिए दिखाई देने वाला नाम उस कॉलर का वेरिफाइड नाम होगा। मतलब यह वही नाम होगा जो जिसके नाम से सिम कार्ड होगा।
आपको बता दें कि टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से पिछल साल फरवरी महीने में पहली बार CNAP को शुरू करने की बात कही गई थी। उस समय ट्राई की तरफ से बताया गया था कि इस फीचर को अलग-अलग फेज में रोलआउट किया जाएगा। CNAP से स्पैम और फ्रॉड कॉल्स को काफी हद तक कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
उपकरण के लिए दिए ऑर्डर
रिपोर्ट की मानें तो टेलिकॉम कंपनियों ने CNAP पर काम करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि टेलिकॉम कंपनियों ने इसके लिए जरूरी उपकरण के ऑर्डर भी दे दिए हैं। कई जगहों पर कंपनियों ने इसके ट्रायल का काम भी शुरू कर दिया है। टेस्टिंग पूरी होने और टेक्नोलॉजी के स्टेबल होने के बाद इसे देशभर के यूजर्स के लिए रोलआउट कर दिया जाएगा।
tech news, technology news, hindi tech news, tech news hindi, hindi news today, tech hindi news today, hindi news , latest news hindi, breaking news, oxbig hindi news, hindi news today, oxbig news, oxbig news network
English News